मदरलैंड संवाददाता,

पटना, 12 मई 2020:- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के निर्देश पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सचिव सूचना एवं जन-सम्पर्क श्री अनुपम कुमार, सचिव स्वास्थ्य श्री लोकेश कुमार सिंह एवं अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय श्री जितेन्द्र कुमार एवं नोडल पदाधिकारी आपदा प्रबंधन श्री संजय कुमार सिंह ने कोरोना संक्रमण की अद्यतन स्थिति एवं लॉकडाउन में फॅसे प्रवासियों को यथाशीघ्र बिहार लाने के लिए सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों के संबंध में मीडियाकर्मियों को जानकारी दी।
सचिव सूचना एवं जन-संपर्क श्री अनुपम कुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमण की अद्यतन स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री के स्तर पर लगातार समीक्षा की जा रही है और लोगों को सहायता प्रदान करने के लिये सभी आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि लॉकडाउन के कारण देश के अलग-अलग हिस्सों में फॅसे बिहार के लोगों को 7 दिनों के अंदर लाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय। इसको लेकर सभी संबंधित नोडल विभागों से कार्रवाई शुरू हो गयी है और अधिक से अधिक ट्रेनों एवं बसों की व्यवस्था की जा रही है ताकि जल्द से जल्द इच्छुक लोगों को बिहार लाया जा सके। इसके लिए पर्याप्त संख्या में ट्रेनों एवं बसों को शिड्यूल किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने बाहर से आने वाले लोगों की संख्या को ध्यान में रखते हुए टेस्टिंग क्षमता प्रतिदिन 10,000 तक बढ़ाने का निर्देश दिया है।
सचिव सूचना एवं जन-सम्पर्क ने बताया कि देश के अन्य राज्यों में फंसे लोगों को 7 दिनों के अंदर बिहार लाने एवं बिहार के अंदर फॅसे लोगों को भेजने के लिए एस0ओ0पी0 निर्गत किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने निर्देष दिया है कि श्रमिकों के स्किल सर्वे से जो सूचना प्राप्त हो रही है, उसके आधार पर वर्तमान में कार्यरत औद्योगिक इकाईयांे के साथ मैपिंग कर श्रमिकों को रोजगार दिलाने की व्यवस्था की जा रही है। उद्योग विभाग इस दिशा में तेजी से कार्य कर रहा है। इसके अलावा ब्लॉक क्वारंटाइन सेंटर एवं पंचायत क्वारंटाइन सेंटर को अपग्रेड किया जा रहा है। हेल्थ क्वारंटाइन सेंटर में आइसोलेषन बेड की संख्या बढ़ाने का निर्देष दिया गया है। ब्लॉक क्वारंटाइन सेंटर एक अनूठा प्रयोग है, जिसकी प्रशंसा भरत सरकार के स्तर से हो रही हैै। सभी जिलाधिकारी और सभी विभाग अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास कर रहे हैं ताकि देश में यह एक अच्छा उदाहरण बने। ब्लॉक क्वारंटाइन सेंटर में दरी, बिछावन, मच्छरदानी, माँस्किटो क्वायल की समुचित व्यवस्था की गयी है ताकि लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
सचिव, सूचना एवं जन-संपर्क ने बताया कि मुख्यमंत्री विशेष सहायता के रूप में मुख्यमंत्री राहत कोष से आपदा प्रबंधन विभाग के माध्यम से 1,000 रूपये की राशि 19 लाख

58 हजार लोगों के बैंक खाते में अंतरित कर दी गयी है। रोजगार सृजन के लिए 3 लाख 48 हजार योजनायें चल रही हैं और अब तक 1 करोड़ 77 लाख 40 हजार से ज्यादा मानव दिवस सृजित किये गये हैं। अधिक से अधिक रोजगार सृजन हो, इसके लिए हरसंभव प्रयास किये जा रहे हैं। लॉकडाउन को देखते हुए अधिक से अधिक लोगों तक राहत पहुंचायी जा रही है।
श्री अनुपम कुमार ने बताया कि आपदा प्रबंधन विभाग के परिवहन नोडल पदाधिकारी से अभी तक प्राप्त सूचना के अनुसार आज बिहार आने वाली ट्रेनों की संख्या 21 है, जिसके माध्यम से 26,970 लोग आ रहे हैं। कल आने वाली प्रस्तावित ट्रेनों की संख्या 24 है, जिससे 30,348 लोग आयेंगे। अब तक कुल 104 ट्रेनें बिहार आ चुकी है जिसके माध्यम से 1 लाख 20 हजार 131 लोग बिहार के बाहर से आये हैं। 160 ट्रेनों को शिड्यूल किया गया है। इस प्रकार कुल 284 ट्रेनों से 3 लाख 31 हजार 623 लोग बिहार पहुंचेंगे। 7 दिनों के अंदर इच्छुक लोगों को बाहर से बिहार लाने का मुख्यमंत्री से आदेश मिलने के बाद, ट्रेनों एवं बसों की संख्या बढ़ाने को लेकर आपदा प्रबंधन विभाग गहन तैयारी कर रहा है। इसके अतिरिक्त एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुये बिहार के अंदर मूवमेंट के लिए ट्रेन चलायी जा रही है जो कैमूर से शुरू होकर दानापुर होते हुए कटिहार तक जायेगी। इसके लिए कैमूर जिलाधिकारी को पास निर्गत करने हेतु अधिकृत किया गया है।
सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव श्री अनुपम कुमार ने बताया कि लोगों को हर स्तर पर राहत देने के लिये सभी जरूरी कदम उठाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आपदा राहत केन्द्रों की संख्या 172 हो गयी है, जहां 70 हजार लोग आवासित हैं। क्वारंटाइन केन्द्रों पर सभी लोगों को गुणवत्तापूर्ण भोजन, आवासन एवं चिकित्सकीय जांच की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। ब्लॉक क्वारंटाइन केन्द्र की संख्या अभी 3,880 है, जिसमें 1,54,209 लोग आवासित हैं। उन्होंने बताया कि बिहार के जो लोग बाहर फॅसे हुये हैं, वे लोग मुख्यमंत्री सचिवालय, आपदा प्रबंधन विभाग एवं बिहार भवन के स्थानिक आयुक्त के कार्यालय में फोन कर अपनी समस्यायें बता रहे हैं। प्राप्त फोन पर अधिकारी रोजाना लोगों से फीडबैक प्राप्त कर रहे हैं और उसके आधार पर लोगों की समस्याओं का संबंधित राज्य सरकारों तथा जिला प्रशासन से समन्वय कर समाधान किया जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग के सचिव श्री लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि पिछले 24 घंटे में 6 लोग स्वस्थ होकर अपने घर लौटे हैं, जबकि 82 नये मामले आये हैं। अब तक कुल 383 लोग स्वस्थ हुये हैं। राज्य में अब तक जितने कोरोना संक्रमित व्यक्ति पाये गये हैं, उनमें ठीक होने वाले 48 प्रतिशत लोग हैं। इस प्रकार बिहार में फिलहाल कोरोना संक्रमण के 407 एक्टिव मामले हैं। बिहार के 38 जिलों में से 37 जिले कोविड-19 की चपेट में हैं। अब तक कुल 37,430 सैंपल्स की जांच की जा चुकी है, इसमें 796 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। यह कुल जांच का 2.1 प्रतिशत है। कोरोना की जांच में तेजी आयी है। बिहार में 3 मई के बाद श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के माध्यम से आने वाले 190 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गये हैं। इसमें महाराष्ट्र से 44, गुजरात से 46, एन0सी0आर0 के 55, पश्चिम बंगाल के 16, उत्तर प्रदेश के 11 सहित अन्य राज्यों से बिहार आने वाले लोग शामिल हैं। बाहर से आने वाले लोगों की जांच के लिए एस0ओ0पी0 तैयार है। जांच में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने वाले लोगों का कोविड केयर सेंटर में इलाज किया जा रहा है।
सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि राज्य के तीन अस्पतालों- एन0एम0सी0एच0 पटना, ए0एन0एम0सी0एच0 गया, भागलपुर के जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय को कोविड अस्पताल के रूप में चिन्हित किया गया है। अन्य राज्यों से आने वाले प्रवासियों के लिए ब्लॉक स्तरीय क्वारंटाइन सेंटर पर उन्हें क्वारंटाइन करने की व्यवस्था है। विभिन्न जिलों में कोविड

केयर सेंटर में भी आइसोलेशन वार्ड की संख्या बढ़ायी गयी है। कोरोना प्रभावित जिलों की डोर टू डोर स्क्रीनिंग करायी जा रही है। उन्होंने कहा कि परिस्थितियों पर नजर रखी जा रही है। सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि जो भी बाहर से आये हैं उनकी सतत् निगरानी की जा रही है, उनका स्वास्थ्य परीक्षण कराया जा रहा है और हेल्थ रिपोर्ट भी ली जा रही है।
अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय श्री जितेन्द्र कुमार ने बताया कि लॉकडाउन का सख्ती से अनुपालन कराया जा रहा है। अब तक कुल 1,991 एफ0आई0आर0 दर्ज की गयी है और 2,008 लोगों की गिरफ्तारियां हुयी हैं। 66,849 वाहन जब्त किये गये हैं। अब तक इससे कुल 15 करोड़ 24 लाख 57 हजर 14 रूपये की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गयी है। पिछले 24 घंटे में अवरोध पैदा करने के कारण 19 एफ0आई0आर0 दर्ज की गयी हैं और 15 लोगों की गिरफ्तारियां हुयी हैं। 1,259 वाहन जब्त किये गये हैं और 33 लाख 81 हजार 900 रूपये जुर्माने के रूप में वसूल किये गये हैं। कोविड-19 से निपटने के लिये उठाये जा रहे कदमों और लॉकडाउन का पालन करने में अवरोध पैदा करने वालों के खिलाफ सख्ती से कदम उठाये जा रहे हैं।

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