मदरलैंड सम्वादाता, बगहा
वैश्विक महामारी को देखते हुए पूरे विश्व में जिस तरह से चोट खाई है। जिससे उबरने के लिए काफी कुछ वर्षों तक इंतजार करना पड़ेगा। बड़े-बड़े देशों ने चाइना की इस सौगात से अपने लाखों लोगों की जान गवानी पड़ी है तथा लाखों लोग संक्रमित बन अस्पतालों में अपनी जिंदगी की घड़ियों की इंतजार करने में लगे हुए। बहरहाल भारत सरकार ने इस विषम परिस्थिति में “लॉक डाउन” जैसा नियम लगाकर सम्मानित नागरिकों को अपने घरों से बाहर नहीं निकलने की लगातार अपील किया जा रहा है। परंतु ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों की इस भयाक्रांत स्थिति को समझने में अभी काफी समय लगेगा। फोटो के माध्यम से आप देख सकते हैं कि बगहा 1 प्रखंड के पंचायत राज सिंगाड़ी पिपरिया के राजकीय मध्य विद्यालय सिंगारी चौक पर सब्जी बेचने वाला ऑटो के ऊपर लोगों की हूजूम से पता चलता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में ‘लॉक डाउन’ का असर सिफर है। इस तरह से लोगों की मानसिकता यदि बनी रही तो जिस तरह से देश व राज्यों में कोरोना वायरस की बढ़ती बीमारी से किसी को बचाया जाना साधारण बात नहीं है। यहां तक कि शहर से लेकर के गांव तक डॉक्टर पुलिस पत्रकार सफाई कर्मी आदि लोगों के द्वारा घरों में रहने के लिए अपील किया जाता रहा है। लेकिन कुछ लोगों के चलते बेवजह चौक चौराहों पर तथा सब्जी के दुकानों पर भीड़ इकट्ठा कर कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। जो अपने घर समाज व देश के लिए हितकारी नहीं है। ऐसे लोगों से खासकर ग्रामीण क्षेत्रों के सम्मानित नागरिकों से अपील है कि इस बुरे वक्त में अपने आप को स्वयं को बचा कर देश हित में मदद करें।