मदरलैंड संवाददाता,
गोपालगंज।चर्चित रोहित हत्याकांड लगातार सुर्खियों में बना हुआ है।जब से मामले को सम्प्रदायिक रंग दिया गया है, पुलिस के आला अधिकारियों का घटना स्थल पर पहुँचने का सिलसिला जारी है।इसी क्रम में शनिवार दोपहर 12बजे राज्य पुलिस के मुखिया डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय भी जाँच के लिए घटना स्थल पर पहुँचे।विदित हो कि विगत कुछ दिनों से ये मामला सोशल मीडिया में सुर्खियां बटोर रहा है।कुछ ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टलों पर इस मामले को सम्प्रदायिक रंग देने का आरोप लगा है। घटना की जाँच करने मौके पर पहुँचे राज्य पुलिस के मुखिया ने बताया कि यह घटना हत्या की है या रोहित की मौत डूबने से हुई.यह अनुसंधान का विषय है,जिसकी जाँच के लिए सीआईडी की टीम गठित की है।जो मामले की विधिवत जाँच भी कर रही है।जल्दी ही इस मामले में तथ्य सबके सामने आ जाएंगे।
स्थानीय पत्रकारों से भी ली मामले की जानकारी
मामले को जब से धर्म विशेष के प्रार्थना स्थल से जोड़ा गया है।तब से ही घटना की चर्चा चारो ओर हो रही है।जिससे मामले की संवेदनशीलता बढ़ गई है।ऐसे में पुलिस महकमा प्रकरण की जाँच में कोई भी चूक नहीं होने देना चाह रहा है।अतएव ग्राउंड जीरो से इस मामले की रिपोर्टिंग कर रहे विभिन्न मीडिया संस्थानों के पत्रकारों से भी बारी-बारी से डीजीपी ने बात कर मामले के संबंध में जानकारी प्राप्त की।मौके पर पहले से मौजूद सभी संवाददाताओं ने पुलिस महानिदेशक से बात करते हुए एक स्वर में मामले का कोई भी कम्युनल एंगल होने से इंकार किया, तथा मामले को सम्प्रदायिक रंग देने का आरोप लगाने के साथ ही इसके लिए जिम्मेदार व्यक्तियों व संस्थानों पर कार्रवाई करने की भी माँग की।
पीड़ित के परिजनों से व स्थानीय लोगों से की बात
पुलिस महानिदेशक के घटना स्थल पर पहुँचने के साथ ही पीड़ित के परिजन व कुछ ग्रामीण भी पहुँच गए।यद्यपि घटना स्थल पर किसी के जाने की इजाजत नहीं दी गई थी,तथापि घटना स्थल से कुछ दूरी पर खड़े परिजनों ने भी अपनी फरियाद सूबे के डीजीपी को सुनाई।मौके पर मौजूद कुछ ग्रामीणों से भी उन्होंने बात की व मामले की जानकारी ली। राज्य पुलिस के मुखिया का यूं अचानक घटना स्थल पर पहुँचना क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।लोग जहाँ पुलिस महानिदेशक की घटना के प्रति संवेदनशीलता की प्रशंसा कर रहे हैं।वहीं दूसरी तरफ मामले को सम्प्रदायिक रंग देने वालों की भर्त्सना भी की जा रही है।कुछ दिनों पहले तक जिस घटना के बारे में कम ही लोग जानते थे,वहीं क्षेत्र में जब पुलिस के आला अफसरों का आना शुरू हुआ है,लोगों में इस घटना की चर्चा आम हो गई।सभी लोग घटना को सम्प्रदायिक रंग दिए जाने से हैरान हैं।