मदरलैंड संवाददाता@ सिमरी बख्तियारपुर , सहरसा
वैश्य समाज के लोगों के साथ हो रही घटनाओं को लेकर राष्ट्रीय वैश्य महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व विधायक विजेंद्र चौधरी , प्रदेश अध्यक्ष सह विधायक समीर कुमार महासेठ , प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष पी के चौधरी एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सतीश गुप्ता के आह्वान पर राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत रविवार को आक्रोश दिवस के रूप में लॉकडाउन नियम का पालन करते हुए 10 बजे सुबह से 2 बजे तक नगर स्थित बड़ी दुर्गा मंदिर परिसर में विपीन भगत की अध्यक्षता में उपवास कार्यक्रम किया गया । वहीं उन्होंने कहा आज कोरोना वायरस एक वैश्विक महामारी का रूप ले चुका है । पिछले 24 मार्च से देश भर में लॉकडाउन जारी है ।ऐसी विषम परिस्थितियों में सबसे ज्यादा वैश्य समाज के लोग ही जरूरतमंदों के बीच सेवा करके मानवता दिखा रहे हैं । जबकि सबसे ज्यादा क्षति भी इसी समाज का हो रहा है । परंतु बिहार में सुशासन की सरकार में इस लॉकडाउन अवधि में सबसे ज्यादा वैश्य समाज की हत्या, लूट , अपहरण , बलात्कार जैसी जघन्य घटनाएं हुई है । इन परिस्थितियों के कारण वैश्य व्यवसाई में भय व्याप्त है । अबतक लाॅकडाउन की अवधि में ऐसी करीब दर्जन अपराधिक घटनाएं घट चुकी है । जैसे बेगुसराय जिले के विक्रम पोद्दार की पुलिस कस्टडी में संदिग्ध मौत के बाद उसके मौत पर आवाज बुलंद करने वाले संतोष शर्मा की पुलिस पिटाई के पश्चात मौत होना । गोपालगंज के कटैया थाना क्षेत्र में 15 वर्षीय रोहित जायसवाल की हत्या । पटना सिटी के युवा व्यवसाई सन्नी गुप्ता की हत्या । पटना के व्यवसायी मनोज जायसवाल आजतक लापता है । सासाराम के परसथुआ थाना क्षेत्र में दिनेश केशरी की हत्या । रोहतास में समाजिक कार्यकर्ता सत्येन्द्र साह की हत्या । सहरसा के सौरबाजार में हरिलाल भगत की अपराधियों द्वारा पिटाई किए जाने के बाद मौत । मुजफ्फरपुर की रूबी पोद्दार के बलात्कार के बाद हत्या । सिवान के बड़हरिया के अच्छेलाल साह को गोली मारी गई जैसी कई जघन्य घटनाएं हो चुकी है । इन परिस्थितियों के बाद भी सरकार व प्रशासन कुम्भकरणी निंद्रा में सोई हुई है । जिसे जागृत करने के लिए राष्ट्रीय वैश्य महासभा बिहार ने निर्णय लिया है । वहीं उन्होंने कहा राष्ट्रीय वैश्य महासभा सरकार एवं प्रशासन को आगाह करता है कि वह तत्काल बढ़ रहे अपराध पर नियंत्रण करें अन्यथा लॉकडाउन अवधि समाप्त होने के बाद राष्ट्रीय वैश्य महासभा के द्वारा पटना में एक विशाल महाधरना एवं प्रदर्शन आयोजित कर राज्यव्यापी संघर्ष का शंखनाद करेगा ।