मदरलैंड संवाददाता,

गोपालगंज। मांझा प्रखण्ड अंतर्गत बथुआ पंचायत के धर्मपरसा में तीन आदमापुर पंचायत के भगवानपुर में दो, केशोपुर में एक तथा छव्ही पंचायत के छव्ही तककी में एक, जगरनाथा पंचायत के श्रीरामपुर में एक, निमोइया पंचायत के केरवनीया में एक, सिपाह खास पंचायत के छितौली गांव में एक कुल मिलाकर मांझा में 10 कोरोना के पॉजिटिव मरीज मिलने की सूचना मिलते उत्क्रमित मध्य विद्यलाय मांझागढ़ में बनाये गए क्वारेंटाइन सेंटर पर रह रहे प्रवासी मजदूरों ने हंगामा शुरू कर दिया। स्थानीय  प्रशासन के समझाने पर हुए शान्त। मिली जानकारी के अनुसार धर्मपरसा के तीनो प्रवासी मजदूरों में एक नासिक महाराष्ट्र तथा दो दिल्ली से आये थे, जिन्हें भवानीगंज क्वारेंटाइन सेंटर पर रखा गया था। भगवानपुर के दो प्रवासी मजदूर में एक मुंबई से तो दूसरा राजस्थान से आया था। इसी पंचायत के केशोपुर के प्रवासी मजदूर गुजरात के अहमदाबाद से आया था। छव्ही पंचायत के छव्ही तककी के प्रवासी मजदूर मथुरा से आया था। जगरनाथा पंचायत के श्रीरामपुर के प्रवासी मजदूर बंगलोर के कर्नाटक से आया था। सिपाह खास पंचायत के छितौली गांव के प्रवासी मजदूर सूरत से आया था। निमोइया पंचायत के केरबनिया  के प्रवासी मजदूर मुम्बई से आया था। सभी क्वारेंटाइन भवानीगंज  के प्रवासी मजदूर में पॉजिटीव मिले है। प्रखण्ड के सात गावो के तीन किलोमीटर के दूरी में करीब दो दर्जन आने वाले गांव धामापाकड़, भड़कुइया, दानापुर, मधुसरया, सहलापुर, निमोइया,  बैकुंठपुर, साहपुर, सेखपरसा, सरया अखितयार, बथुवाबलि टोला, अलापुर, सन्तपुर, परशुरामपुर सहित दो दर्जन गांव को शील किया जा सकता है।
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