कोरोना संकट और लॉकडाउन के बीच बंगाल की खाड़ी में उठा तूफान एम्फान बुधवार दोपहर करीब 2.30 बजे बंगाल के दीघा और बांग्लादेश के हातिया के बीच कहर बरपाता हुआ तट से टकरा गया। इस दौरान हवा की गति 190 किलोमीटर प्रति घंटे तक थी। बंगाल में तूफान ने भारी तबाही मचाई है।चक्रवात की चपेट में आने से 12 की मौत हो गई। कई लोगों के घायल होने की सूचना है। हजारों पेड़ उखड़ गए। तेज हवा और भारी बारिश के कारण भारी नुकसान हुआ है। कच्चे मकानों के साथ-साथ कोलकाता समेत कई इलाकों में कई पुरानी पक्की इमारतें भी धराशायी हो गईं। रिपोर्टों के मुताबिक उत्तरी 24 परगना जिले में करीब 5200 घरों को क्षति पहुंची है
इस मामले को लेकर राज्य संवाददाता के मुताबिक. बिजली के खंभे. लैंपपोस्ट. टेलीफोन टावर. ट्रैफिक सिग्नल धराशायी होने के साथ नदियों के तटबंध तक टूट गए। एम्फन को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि इस महाविनाशकारी तूफान से दक्षिण बंगाल में भारी तबाही हुई है। सागरद्वीप से तूफान के टकराकर दाखिल होने के बाद 135 से 140 किलोमीटर की रफ्तार में हवा चल रही थी। जिससे मची तबाही कल्पना से परे है।
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सचिवालय में एम्फन को लेकर बने कंट्रोल रूम में खुद मौजूद थीं। चक्रवात की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सचिवालय के कई गेट व खिड़कियों के शीशे टूट गए हैं। ममता ने कहा कि बंगाल में रात 9 बजे तक जो खबरें आई है उसके अनुसार पेड़ गिरने से कोलकाता. हावड़ा. हुगली. उत्तर व दक्षिण 24 परगना जिले में 12 लोगों की मौत हुई है। अधिकांश मौत पेड़ की चपेट में आने से हुई है। तूफान को लेकर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ममता से टेलीफोन कर बात की और हालात की जानकारी ली।