मदरलैंड संवाददाता,
● मंगलवार को नेपाल से भारत आये थे भारतीय
भारत नेपाल सीमा।
भारत नेपाल सीमा/मोतीहारी:रक्सौल:- स्वदेश लौटने की जल्दबाजी में नेपाली नागरिकों ने भारत में लॉक डाउन का जमकर उल्लंघन किया है। प्रशासन के आदेश व भारत सरकार के सुविधाओं को नजरअंदाज करते हुए कोरन्टीन सेंटर में रह रहे प्रवासी नेपाली नागरिकों ने बुधवार को अचानक शहर में कोलाहल मचा दिया। शहर के बीचों-बीच स्थित हजारीमल उच्च विद्यालय में बने कोरन्टीन सेंटर से बुधवार की संध्या में लगभग 100 की संख्या में रह रहे नेपाली नागरिक बिना किसी आधिकारिक सूचना के भागने लगें, तभी प्रशासन को भनक लगी तो रक्सौल प्रशासन हरकत में आया और उन्हें मुख्य पथ स्थित बैंक रोड के समीप रोका गया तो उन्होंने एक सुर में यह राग अलापा की जब नेपाल में फंसे भारत के लोग आ गए तो हमें भी जाने की अनुमति दिया जाय।उन्होंने कहा कि हमने सुना है कि बॉर्डर खुल गया है। सूचना पर पहुंचे कार्यपालक पदाधिकारी गौतम आंनद, बीडीओ कुमार प्रशांत व इंस्पेक्टर अभय कुमार के साथ एसआई मसरूर आलम व एएसआई रविंद्र सिंह पहुँच मामले को शांत कराने की कोशिश करने लगे, फिर भी वो नहीं माने। फिर उक्त स्थल पर तात्कालिक एसडीएम अमित कुमार डीएसपी संजय कुमार झा, डीसीएलआर मनीष कुमार व दंडाधिकारी संतोष कुमार पहुँच उन्हें वापस कोरन्टीन सेंटर पर जाने हेतु समझाने लगे। गौरतलब है कि मंगलवार को वन्दे मातरम योजना के तहत प्रवासी भारतीय नेपाल से भारत आये थे। जिसके बाद नेपाली नागरिकों को भी नेपाल जाने का कयास लगाया जा रहा था। परन्तु इस मुद्दे पर अभी दोनों ही देशों की सहमति पूर्ण रूपेण स्पष्ट नहीं थी, जिसके लिए उन्हें कोरन्टीन सेंटर पर रखा गया है,जहाँ उन्हें हर तरह की सुविधा दी जा रही है। अभी भी ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि कहीं कोई भाग न गया हो। यह मुद्दा दो देशों के बीच एक अंतर्राष्ट्रीय मुद्दा है। नेपाली नागरिक मानने को तैयार नहीं हैं और उन्हें ऐसे में भेजा नहीं जा सकता है। वहीं धीरे-धीरे मुद्दा गंभीर होते देख सीमा पर तैनात पारा मिलिट्री के एसएसबी जवान भी पहुँच दर्शक बने लोगों के हटाई और भाग रहे सभी नेपाली नागरिकों को घेर रखी है। खबर लिखे जाने तक मामला जस का तस बना हुआ है।