मदरलैंड संवाददाता, वाल्मीकिनगर
शनिवार को मुजफ्फरपुर से आये मुख्य अभियंता शांति प्रसाद रंजन एवं डिपार्टमेंट ऑफ मैकेनिकल मुख्य अभियंता नरेंद्र तिवारी ने सिंचाई विभाग के सभी वरीय अभियंताओं के साथ वाल्मीकिनगर बाढ़ नियंत्रण स्थित कार्यालय में समीक्षा बैठक किया। इसके दौरान मुख्य अभियंता शांति प्रसाद रंजन ने बताया कि बाढ़ से पूर्व गंडक बराज को होने वाली क्षति तथा उपाय के बारे में विस्तृत चर्चा किया गया। विशेष कर गंडक बराज पुल को पैदल चलकर 36 पाया तथा 36 फाटकों का बारीकी से निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने बताया कि 23 ,32 ,34 फाटक को नया रूप में बदला जाएगा। जबकि तीन फाटक बनकर तैयार है। फाटक नहीं लगने के कारण लॉक डाउन बताया जा रहा है। वही बरसात के दिनों में गंडक बराज के ऊपर बाढ़ का पानी किस तरह तांडव मचाता है। इसको लेकर वाल्मीकिनगर कार्यपालक अभियंता मोहम्मद जलील अहम्मद अवर प्रमंडल पदाधिकारी सहायक अभियंता कनीय अभियंता से इस पर बारी बारी से मंत्रणा ली गई। साथ ही तीनों नहरों में पानी की स्थिति पर बातचीत की गई। वही बरसात के दिनों में गंडक नदी तथा तिरहुत त्रिवेणी दोनों नहरों की निगरानी के लिए विशेष रुप से दिशा निर्देश दिया गया। बता दें कि बरसात के पूर्व बाढ़ से निपटने के लिए बिहार सरकार से लेकर स्थानीय प्रशासन तक गंभीर है। इसको लेकर बाघा अनुमंडल पदाधिकारी विशाल राज ने लगातार गंडक बराज से लेकर गंडक नदी से होने वाले खतरों के निशान की भी जायजा लिया है। साथ ही सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया है।