एक ओर संपूर्ण देश में कोरोना को लेकर देश में लॉक डाउन की स्थिति बनी हुई है, दूसरी ओर खनन माफियाओं का बाजार इस आपदा की घड़ी में भी गर्म है| खनन माफिया सरकार की आंखों में खुलेआम धूल झोंक रहे हैं |
पूरा मामला कल दिनांक 29/05/2020 के संध्या 5 बजे के करीब एवम आज दिनांक 30/05/2020 के सुबह 8 बजे के करीब की है।
विश्वसनीय सूत्रों से मिली गोपनीय सूचना के आधार पर अंचल अधिकारी चंदवारा के द्वारा औचक छापा मारकर उक्त मामले का उद्भेदन किया गया।
मामले की शुरुआत
कोडरमा जिला अन्तर्गत चंदवारा प्रखण्ड के कांटी पंचायत स्थित मूर्तियां बालू घाट से होती है। जहां जेएसएमडीसी द्वारा बालू उत्खनन कर भंडारण करने का कार्य शैलेन्द्र मेहता, हजारीबाग के एक ठेकेदार के द्वारा करवाया जा रहा है।
विश्वसनीय सूत्रों से मिली गोपनीय सूचना के आधार पर अंचल अधिकारी चंदवारा के द्वारा औचक छापा मारा गया जिसमें एक हाइवा ट्रक जिसका नंबर WB61A 7304 पर 450 सीएफटी के बजाय 750 सीएफटी लोड कर सरकारी राजस्व की चोरी की जा रही थी!
गौरतलब है कि अवैध बालू की ढूलाई में पकड़ी गई हाइवा गाड़ी जिसका नंबर WB61A 7304 उसी ठेकेदार शैलेन्द्र मेहता के नाम से पंजीकृत है जिस ठेकेदार को जेएसएमडीसी ने बालू का उत्खनन और भंडारण का ठेका दिया है।
इसके साथ-साथ अवैध बालू लदे (बिना चालान के) चार अन्य ट्रैक्टर भी पकड़े गए! इसके साथ ही एक और हाईवा जिसका नंबर JH02 AW 6299 जो मुनेश यादव हजारीबाग के नाम से पंजीकृत है। जिसमें कि बालू तो नहीं मगर पत्थर बोल्डर लदा हुआ था उसमें भी कोई चालान नहीं था वह भी पकड़ा गया। इसी दौरान अंचल अधिकारी चंदवारा के द्वारा दो अठारह चक्का ट्रक जिसका नंबर क्रमशःBR01GG 5511 और BR01GG 5512 है जो मेसर्स शैलवी दुर्गा कंस्ट्रक्शन,बिहार के नाम से पंजीकृत है,जिसमें अवैध चिप्स लदा हुआ था वह भी पकड़ा गया । इन ट्रकों पर RWD GOVT DUTY का स्टिकर लगा हुआ था (जो कि बहुत ही गंभीर एवं जांच का विषय है) जिसकी आड़ लेकर ये लोग इस गोरख धंधा को अंजाम दे रहे है। ये दोनों ट्रक के जिस क्रशर से अवैध चिप्स लोड कर बिहार ले जा रहे थे उसकी भी जांच होनी चाहिए। बिना चालान के जिस निर्भीकता से ये ट्रक वाले अवैध माल का ट्रांसपोर्टेशन कर रहे हैं इससे इनके सिंडिकेट का पता चलता है!
गौरतलब है कि जब से मूर्तियां बालू घाट में बालू का उत्खनन एवं भंडारण का कार्य प्रारंभ हुआ है तब से लेकर आज तक शैलेंद्र मेहता ठेकेदार के द्वारा विभाग द्वारा तय किए गए मानकों एवं नियमावली के विरुद्ध कार्य को अंजाम दिया जा रहा है। जाहिर है कि यह कार्य बिना जेएसएमडीसी के मिलीभगत से संभव नहीं है।क्योंकि इसके अवैध उत्खनन भंडारण और ट्रांसपोर्टेशन में बरती गई अनियमितताओं के संबंध में उपायुक्त कोडरमा को एक आवेदन पूर्व में दिया जा चुका है जिसमें इसके सभी अवैध कार्यों का पूर्ण विवरण है साथ ही उस आवेदन के साथ साक्ष्यों से संबंधित फोटोग्राफ्स भी संलग्न है बावजूद इसके अब तक उक्त आवेदन पर किसी भी तरह की कोई विभागीय कार्रवाई नहीं की गई है जो अपने आप में संबंधित विभाग के ऊपर सवालिया निशान खड़ा करता है।
एक ओर जहां अंचल अधिकारी चंदवारा मोहम्मद मोजाहिद अंसारी के सूझ बूझ और कुशल कार्यशिलता के कारण कोडरमा जिले को हुई लाखो रुपए की सरकारी राजस्व की प्राप्ति के कारण आज के इस कार्य के लिए जिला प्रशासन बधाई का पात्र है वहीं दूसरी ओर उपायुक्त कोडरमा के द्वारा पूर्व के आवेदन पर कोई कार्रवाई नहीं करना जेएसएमडीसी के ठेकेदार शैलेंद्र मेहता के द्वारा निर्भीकता से कराए जा रहे बालू का उत्खनन, भंडारण एवम जेएसएमडीसी के द्वारा बिक्री का कार्य शक के घेरे में भी आता है! जिसकी जांच आवश्यक है!
जिला प्रशासन तत्परता दिखाते हुए यदि ऐसे ही मुस्तैदी के साथ कार्य करें तो निश्चित ही सरकारी राजस्व की रक्षा एवम अवैध खनिज पदार्थों का उत्खनन और व्यवसाय पर रोक लग सकेगी।