मदरलैंड संवाददाता, सहरसा
आखिरकार शहीद थानाध्यक्ष आशीष कुमार सिंह का हत्यारा कुख्यात इनामी बदमाश दिनेश मुनि एसटीएफ टीम के साथ मुठभेड़ में मारा गया । ज्ञात हो कि 12 अक्टूबर 18 को खगड़िया – नवगछिया के सीमावर्ती दुधैला गंगा दियारा में कुख्यात दिनेश मुनी गिरोह से मुठभेड़ में पसराहा थाना के तत्कालीन थानाध्यक्ष आशीष सिंह शहीद हो गए थे। बताते चलें कि कुख्यात इनामी बदमाश दिनेश मुनि एसटीएफ टीम ने बुधवार की देर रात मुठभेड़ में मारा गिराया है । यह मुठभेड़ नवगछिया जिले के नारायण दियारा में हुआ है । एसटीएफ को गुप्त सूचना मिली थी कि कुख्यात अपराधी दिनेश मुनि नारायणपुर दियारा में छिपा हुआ है । हालांकि इस मुठभेड़ में पुलिस का एक सिपाही भी गंभीर रूप से जख्मी बताया जा रहा है ।
शहीद आशीष के गांव में खुशी की लहर
पसराहा थाना के शहीद थानाध्यक्ष आशीष सिंह सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के सरोंजा गांव के रहने वाले थे । गुरुवार को उनके हत्यारा इनामी कुख्यात बदमाश दिनेश मुनि की एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मारे जाने की सूचना मिलते ही उनके गांव में खुशी की लहर दौड़ गई । उनके पैतृक आवास पर मौजूद बूढ़े पिता गोपाल सिंह के डबडबाई आंखों आंसू बह रहे थे । फिर भी वह खुश थे कि उनके पुत्र का हत्यारा मारा गया । उन्होंने बताया कि भगवान के घर देर है अंधेर नहीं । आखिरकार मेरे जांबाज पुत्र आशीष के हत्यारे को आज सजा मिल गई । अब जाकर मेरे दिल को ठंडक मिली है । मुझे मेरे शहीद पुत्र पर गर्व है । कुख्यात बदमाश दिनेश मुनि ने धोखे से मेरे पुत्र की गोली मारकर हत्या कर दिया था । आज 19 महीना बाद मेरे पुत्र के हत्यारे को सजा मिल गई और मुझे न्याय भी ।
कुख्यात दिनेश मुनि को गए थे पकड़ने
बताते चलें कि जब दिनेश मुनि गैंग के दियारा में छिपे होने की खबर मिलने पर 12 अक्टूबर 18 की देर रात एक बजे ट्रैक्टर से ही पसराहा थाने से निकले तो, यह ठान लिया था कि आज इस अपराधी को पकड़ ही लेना है क्योंकि उसने पुलिस को नाकोदम कर रखा था सूचना भी पक्की थी । वह शस्त्र बल के साथ वहॉ पहूंचे और बदमाशों से मुठभेड़ हो गई । मुठभेड़ दौरान गोली लगने के बावजूद वो डटे रहे और एक अपराधी को ढेर कर दिया और मिशन सफल पूरा होता दिखाई दे रहा था तभी छुपे कुख्यात बदमाश दिनेश मुनि ने उनपर गोली चला दिया और बिहार पुलिस ने एक जांबाज दारोगा खो दिया था ।
डीजीपी भी सरोंजा पहूंचकर दिया था श्रद्धांजलि
शहीद आशीष कुमार सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए तत्कालीन डीजीपी केएस द्विवेदी और वर्तमान डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय ने भी सरोजा गांव उनके घर श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे और उन्होंने आशीष कुमार के तस्वीर पर माल्यार्पण करते हुए मौजूद लोगों से कहा था कि समाज की सुरक्षा में पुलिस तत्पर रहती हैं और पुलिस सेवा शान का प्रतीक है । शहीद आशीष कुमार के परिवारवालों से मिलने के बाद डीजीपी ने कहा कि मैं यहां उनकी वीरता और उनके परिवार को सम्मान देने आया हूं । हमारे सब इंस्पेक्टर ने अपने जांबाजी का परिचय देते हुए बदमाशों के साथ मुठभेड़ करते हुए शहीद हो गए । उनकी यह शहादत बेकार नहीं जाएगी । उनके हत्यारे को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा । चाहे वह पाताल में ही क्यों न छुप जाए और आज शहीद आशीष कुमार सिंह का हत्यारा दिनेश मुनि एसटीएफ मुठभेड़ में मारा जा चुका है ।