लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण के बीच गौतमबुद्ध नगर में लगातार बढ़ रही कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या और स्थानीय प्रशासन पर दिल्ली-नोएडा बार्डर खोलने के दबाव के बीच सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अगले सप्ताह फिर नोएडा आ सकते हैं। भाजपा महानगर पदाधिकारियों का दावा है कि मुख्यमंत्री ने उन्हें नोएडा में आकर हालात की समीक्षा करने का आश्वासन दिया है। पार्टी की ओर से जिले के हालात को लेकर एक समीक्षात्मक रिपोर्ट भी मुख्यमंत्री को भेजी गई है।

आपकी जानकारी के लिए बता दे कि कोरोना संकटकाल के पहले चरण से ही गौतमबुद्ध नगर मुख्यमंत्री की वरीयता सूची में शामिल है. दो माह पहले जिले में हालात खराब होने पर 28 मार्च को मुख्यमंत्री ने स्वयं आकर जिले के हालात की समीक्षा की थी। मुख्यमंत्री ने लापरवाही बरतने पर तत्कालीन जिलाधिकारी बीएन सिंह को हटाकर उनके स्थान पर सुहास एल वाइ को जिले की कमान सौंपी थी। उसी दौरान स्वास्थ्य विभाग पर भी मुख्यमंत्री की नजरें टेढ़ी हुईं और जिले के तत्कालीन सीएमओ डॉ अनुराग भार्गव से सीएमओ की जिम्मेदारी वापस लेकर डॉ एपी चतुर्वेदी को सीएमओ बनाया गया था। हालांकि डॉ चतुर्वेदी से भी हालात नहीं संभले और उनकी जगह पर डॉ दीपक ओहरी को जिले का सीएमओ बनाया गया है।

इसके अलावा डीएम सुहास एलवाइ के आने के बाद नोएडा में हालात काफी हद तक ठीक हो गए हैं, हालांकि यहां पर संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है। स्थानीय प्रशासन कहीं न कहीं इसके पीछे दिल्ली को जिम्मेदार मानता है, यही कारण है कि लंबे समय से दिल्ली- नोएडा बार्डर सील है। भाजपाइयों ने सीएम को दी हालात की जानकारी दो दिन पहले रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी जिला व महानगर अध्यक्षों के साथ ताजा हालात पर वीडियो कान्फ्रेंसिंग से चर्चा की थी। गौतमबुद्ध नगर से भाजपा महानगर अध्यक्ष मनोज गुप्ता भी मी¨टग में शामिल हुए। बैठक में संक्रमित मरीजों की संख्या और उद्योगों से जुड़े कई मामले उठे, जिस पर मुख्यमंत्री ने उन्हें जल्द ही स्थलीय समीक्षा का आश्वासन दिया।

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