केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज ओडिशा को वर्चुअल रैली के जरिए सम्बोधित कर रहे हैं। इस दौरान अमित शाह ने कहा कि ये जो संवाद परंपरा भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी ने चालू रखी है वो दुनिया की राजनीति को रास्ता दिखाने वाली होगी कि ऐसी महामारी के समय भी कोई पार्टी अपने देश में लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत करने के लिए किस तरह से जनसंवाद कर सकती है। उन्होंने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ताओं ने कोरोना संकट के समय 11 करोड़ से ज्यादा लोगों को भोजन कराया है। मैं इस काम के लिए पार्टी अध्यक्ष, उनकी टीम और सभी कार्यकर्ताओं को बधाई देता हूं।

अमित शाह ने कहा कि 2014 में नरेन्द्र मोदी जी जब प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने कहा था कि, मेरी सरकार गरीबों, आदिवासियों, दलितों की सरकार होगी। मोदी जी जो बोलते हैं वो करते हैं। उन्होंने देश के 60 करोड़ से ज्यादा गरीबों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए ढेर सारे काम किए। श्री राम जन्मभूमि का विवाद वर्षों से चल रहा था। करोड़ों लोग राह देखते थे कि कब राम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर बनेगा। मोदी सरकार को आपने दोबारा बहुमत दिया, सटीक तरीके से अपना पक्ष रखा गया और सुप्रीम कोर्ट ने राम जन्मभूमि के पक्ष में फैसला दिया।

उन्होंने कहा कि ‘कोरोना संकट के समय करीब 3 लाख उड़िया भाई अलग अलग क्षेत्रों से वापस आए हैं। उनकी सुरक्षा और घर वापसी के लिए मोदी जी ने श्रमिक ट्रेनों चलाई। रेलवे स्टेशन से आने जाने के लिए बसों की व्यवस्था की। केन्द्र और राज्य सरकारों ने उनके खाने पीने की और आर्थिक मदद की है।” शाह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार में जब मनमोहन जी प्रधानमंत्री थे तब उन्होंने RECP के निगोशिएशन की शुरुआत की थी। अगर RECP पर दस्तखत हो जाता तो इस देश का छोटा व्यापारी, उद्यमी, पशुपालक, किसान, मत्सय उद्योग ये सब अपना जीवन दुश्कर तरीके से जी पाते, ”परन्तु मोदी जी ने RECP की मीटिंग में कहा कि ये देश गांधी का देश है गरीब, किसान, छोटे मजदूर और मेरे मछुआरे भाइयों से दगा नहीं कर सकता उनके हित की मुझे सोचना होगा। इस तरह हम RECP से बाहर हुए और आज हर छोटे व्यापारी, उद्यमी अपने आप को बचा हुआ महसूस कर रहे हैं।’

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