श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर 75 दिन बाद साेमवार को श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिया गया। भक्तों को ठाकुरजी की एक झलक पाने के लिए थर्मल स्क्रीनिंग और हैंड वॉश करने के बाद ही मंदिर में एंट्री मिल सकी, किन्तु वृंदावन के बांकेबिहारी समेत अन्य प्रमुख मंदिरों में दर्शन के लिए भक्तों को अभी प्रतीक्षा करनी होगी।

सोमवार को सरकार के दिशानिर्देशों का अनुपालन करते हुए श्रीकृष्ण जन्मस्थान मंदिर के द्वार खोल दिए गए। सुबह पौने सात बजे मुख्य दरवाज़ा खोला गया। उसके बाद एक-दो श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हुआ। मंदिर के बाहर जन्मस्थान संस्थान द्वारा गोले बनाए गए थे, जिनमें भक्त खड़े होकर आगे बढ़े तो उन्हें मंदिर में प्रवेश से पहले थर्मल स्क्रीनिंग और हैंड वॉश करवाया गया। इस दौरान पुलिस की सुरक्षा पुख्ता नजर आई।

श्रीकृष्ण जन्मस्थान समिति के सचिव कपिल शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देश को ध्यान में रखते हुए सोमवार से ‘श्रीकृष्ण जन्मस्थान मंदिर’ भक्तों के दर्शन के लिए खोल दिया गया है। मंदिर परिसर में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाएगा। रोज़ाना सुबह सात बजे से आम श्रद्धालु मंदिर में ठाकुरजी के दर्शन कर सकेंगे। किन्तु वृंदावन का श्रीबांकेबिहारी मंदिर 30 जून तक बंद ही रहेगा। मंदिर के उप प्रबंधक उमेश सारस्वत ने कहा है कि अदालत के आदेशानुसार ही मंदिर खोलने का फैसला लिया जाएगा। वहीं, इस्कॉन मंदिर 15 जून तक बंद रहेगा।

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