मदरलैंड संवाददाता , सहरसा
कोरोना वायरस के बढ़ रहें प्रकोप के मद्देनजर सम्पूर्ण भारत में लगाए गए लॉकडाउन में मिल रहे सशर्त धीरे धीरे छुट के कड़ी में अब बीते 8 जून से धार्मिक स्थलों के खोले जाने की अनुमति मिलने के साथ ही धार्मिक स्थलों पर पूजा अर्चना को लेकर श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने लगी। करीब ढाई महीनों से वीरान पड़े धार्मिक स्थलों पर रौनक लौटने लगी है। देश के 51 सिद्धिपीठों में सहरसा जिला अन्तर्गत सोनबर्षाराज प्रखंड के विराटपुर गांव स्थित माँ चंडिका मंदिर में ढाई माह बाद मंगलवार को आयोजित विशेष पूजन को लेकर सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ जूट गई। इस मंदिर में मंगलवार को विशेष पूजन के दौरान छागड़ की बलि दी भी जाती है । जिन श्रद्धालुओं ने छागर बलि देने की मनौती मांगी थी वो सुबह से ही अपने छागर के साथ विशेष पूजा अर्चना प्रारंभ होने का इंतजार कर रहे थे। कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर मंदिर प्रबंधन द्वारा श्रद्धालुओं को गर्भ गृह में भीड़ लगाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। जिस वजह से श्रद्धालू माता का दर्शन व पूजा अर्चना करने के लिए एक एक करके ही गर्भगृह में प्रवेश कर रहे थे। मंगलवार को विशेष पूजन के साथ ही मंदिर प्रांगण में पूजन सामग्री के अलावा अन्य सामग्री बेचने वाले फूटकर दुकानदारों का बंद रोजी रोजगार भी पुनः पटरी पर लौट आई है।