लॉकडाउन के चलते शराब की दुकानें बंद पड़ी हुई थी लेकिन अब दुकानें खुल रही है। वहीं, भोपाल जिले में 78 दिनों से बंद पड़ी 90 शराब दुकानों में से मंगलवार को 32 दुकानें शाम पांच बजे खुल गईं। इन सभी दुकानों का संचालन आबकारी विभाग ही कर रहा है। विभाग ने महिला अधिकारियों की शराब बेचने व राजस्व एकत्रित करने तक में लगा दी है। महिला आरक्षकों को जहां शराब बेचने में लगाया गया है वहीं महिला नायब तहसीलदारों की तैनाती राजस्व एकत्रित कर बैंक में जमा कराने के लिए लगा दिया गया हैं। इसके लिए बकायदा ड्यूटी चार्ट भी तैयार किया गया है। हालांकि होम गार्ड के जवानों को लगाने के लिए विभाग ने पत्र लिखा था लेकिन अब तक होम गार्ड से जवान नहीं मिल पाए है।

इसके अलावा शराब दुकानें खुलते ही सुराप्रमियों की लंबी कतारें लगना शुरू हो गई। शराब वर्ष 2020-21 के नए रेट पर बेची गई। शराब खरीदने आए लोगों ने दुकान के सामने ही वाहन पार्क कर दिए थे, इससे मुख्य मार्ग पर कई बार जाम की स्थिति भी बन गई। नेहरू पार्क काम्पलेक्स स्थित देशी शराब की कलारी के सामने श्रमिक एवं झुग्गी बस्तियों में रहने वालों की लंबी लाइन दिखाई दी। लालघाटी एवं गांधीनगर में भी दुकान खुलते ही लोग शराब खरीदने के लिए उमड़ पड़े।

बता दें की लंबे वक्त बाद दुकान खुलने के बावजूद दुकानों में ज्यादा माल नहीं था। लॉकडाउन के दौरान अवैध रूप से शराब बेचने की शिकायतें भी मिली थीं। सुराप्रेमियों को अपनी पंसद का ब्रांड नहीं मिल पाया । लोगों ने फिलहाल जो ब्रांड मिला वही खरीद लिया। अगले दो-तीन दिन में नया माल आने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि ठेकेदारों से शराब दुकान लेने तथा उसकी गिनती करने में वक्त लगा, 50 प्रतिशत शराब दुकानों से बिक्री नहीं हो सकी। जांच में कुछ दुकानों पर अनियमितताएं मिली हैं, इनमें शराब स्टॉक से कम पाई गई है।

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