चीन के साथ बॉर्डर विवाद पर सेना प्रमुख एमएम नरवणे ने जो बयान दिया है, कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने उस पर सवाल खड़े किए हैं। लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने आर्मी चीफ के बयान पर कहा है कि इसका क्या मतलब है कि चीन के साथ सैन्य वार्ता काफी सकारात्मक रही है। अधीर रंजन का ये बयान आर्मी चीफ एमएम नरवणे के उस बयान पर आया है जिसमें उन्होंने लद्दाख में जारी बॉर्डर विवाद पर कहा था कि चीन के साथ बातचीत चल रही है और हम बातचीत के माध्यम से विवाद सुलझाने में सक्षम हैं।
देहरादून में IMA की पासिंग आउट परेड के दौरान 13 जून को मनोज मुकुंद नरवणे ने कहा था कि भारत-चीन सीमा पर स्थिति काबू में है और दोनों सेनाओं के बीच वार्ता सकारात्मक रही है। सैन्य स्तर पर बेहतर बातचीत का हवाला देते हुए आर्मी चीफ ने कहा था कि हमें पूरा यकीन है कि जो बातचीत चल रही है उससे LAC के विवाद का निपटारा हो जाएगा। सेनाध्यक्ष के इसी बयान को आधार बनाते हुए अधीर रंजन चौधरी ने ट्वीट करते हुए उनसे पूछा कि चीन के साथ सैन्य बातचीत के ‘very fruitful’ होने का क्या मतलब है।
आपको बता दें कि मई महीने से ही ईस्ट लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत और चीन के सैनिकों में तनातनी की स्थिति है। भारत के सड़क निर्माण पर चीनी सैनिकों ने विरोध जताया था, जिसके चलते दोनों तरफ से सैनिक आमने-सामने आ गए थे। इसके बाद से ही लगातार सीमा पर हालात तनावपूर्ण हैं। दोनों ओर से कई स्तर की वार्ता हो चुकी है। राजनियक और सैन्य स्तर पर ही विवाद के निपटारे ला प्रयास किया जा रहा है किन्तु मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस और राहुल गांधी सहित पार्टी के सभी नेता चीन पर केंद्र की मोदी सरकार के रुख की लगातार आलोचना कर रहे हैं।