मदरलैंड संवाददाता, सहरसा
भारतीय खाद्य निगम से टीपीडीएस गोदाम तक पहुंचते गाड़ी पर खाद्यान्न हुई कम
जिले में संचालित मुख्य परिवहन अभिकर्ता रंजन कुमार सिंह से जिलाधिकारी कौशल कुमार ने आपूर्ति विभाग के पत्रांक 495 के आलोक में निर्गत पत्र के अनुसार एक स्पष्टीकरण मांगते हुए 24 घंटे के अंदर जवाब समर्पित करने के लिए कहा है। पत्र के माध्यम कहा गया है कि भारतीय खाद्य निगम सहरसा से 3 सौ बैग चावल लेकर टीपीडीएस गोदाम नोहट्टा के लिए प्रस्तान किया था। लेकिन जब उसका ट्रेकिंग किया गया तो गाड़ी ऑन लाइन के बदले ऑफ लाइन हो गया। इस आशय में जब विभागीय अधिकारी के द्वारा जांच किया गया तो उक्त गाड़ी बिहरा थाना क्षेत्र अंतर्गत गंडोल गाँव से आगे मुंगराहा पुल के पास पाया गया। उसी स्थल पर जब गाड़ी की जांच हुई तो खाद्यान्न गाड़ी से बाहर पाया गया। यही नही गाड़ी पर खाद्यान्न भी कम पाया गया। जब उस खाद्यान्न को टीपीडीएस गोदाम नोहट्टा ले जाया गया और वहां के सहायक गोदाम प्रबंधक द्वारा जांच किया गया तो गाड़ी पर खाद्यान्न कम पाया गया। तमाम जांच पड़ताल के बाद ऐसा अनुमान लगाया गया कि गाड़ी पर से खाद्यान्न की कालाबजारी करने का प्रयास किया गया। यही नही इससे पूर्व भी डीएसडी ट्रांसपोर्टर द्वारा कालाबजारी सहित को विभाग को सहयोग नही करने के कारण जिलाधिकारी ने डीएसडी ट्रांसपोर्टर इंद्र मोहन सिंह को ब्लैकलिस्ट में डाल दिया है। इसमें कहीं दो मत नही की इस विभाग में कुछ ट्रांसपोर्टर ने अपना वर्चस्व कायम कर रखा है लेकिन जिस तरह अधिकारी वर्ग द्वारा अनवरत जांच पड़ताल किया जा रहा है अब ट्रांसपोर्टर की मनमानी नही चलेगी। हालांकि स्पष्टीकरण का जवाब प्राप्त होने के बाद ही पता चल पाएगा कि मुख्य परिवहन अभिकर्ता की क्या मंशा थी।