मदरलैंड संवाददाता,
- जदयू सांसद ने सारण तटबन्धों का लिया जायजा
- सारण तटबंध की निगरानी को 15 टीम तैनात
गोपालगंज। गंडक नदी के जलस्तर में अचानक हुई बढ़ोतरी के बाद दियारा के निचले इलाके में पानी भरने के बाद सारण तटबंध व छरकियों की लगातार निगरानी रखने के निर्देश जारी किए गए हैं।इसके लिए 15 टीमों को तैनात किया गया है। गृह रक्षक भी सभी इलाकों में नजर रखेंगे और तटबंध में किसी भी तरह के बदलाव की स्थिति में इसकी सूचना नियंत्रण कक्ष व संबंधित सीओ को उपलब्ध कराएंगे। सभी टीमें नियमित रूप से तटबंध का निरीक्षण कर तटबंध की सुरक्षा में कमी मिलने की स्थिति में तत्काल स्थिति में सुधार की व्यवस्था करेगी। मंगलवार को दियारा के कई इलाकों का खुद निरीक्षण करने के बाद जिलाधिकारी अरशद अजीज ने तटबंध पर रेन कट वाले स्थानों की तत्काल मरम्मत करने का निर्देश जारी किया। उन्होंने बाढ़ नियंत्रण विभाग के अभियंताओं को क्षेत्र में ही कैंप करने का निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि बाढ़ नियंत्रण विभाग को चौबीस घंटे अलर्ट मोड में रहने के साथ ही नदी के जलस्तर से लेकर तटबंध तक 24 घंटे निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि जलस्तर में बढ़ोतरी के बाद तटबंध के वैसे स्थानों को चिन्हित किया गया है, जहां रिसाव हो रहा है। रिसाव वाले स्थलों को बंद करने के लिए बाढ़ नियंत्रण विभाग को कहा गया है। निरीक्षण के समय एसपी मनोज कुमार तिवारी, एसडीओ सदर उपेंद्र कुमार पाल, सीओ विजय कुमार सिंह सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे।
आधा दर्जन गांवों में गंडक नदी का पानी घुसा
वाल्मिकी नगर बराज से पानी छोड़े जाने का सिलसिला शुरू होते ही गंडक नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा है। इसके साथ ही दियारा के निचले इलाके में स्थित गांवों में गंडक नदी का पानी घुसने लगा है। मंगलवार को सदर प्रखंड के दियारा इलाके के छह गांवों में नदी का पानी का घुस गया। जिससे इस गांवों में अफरा तफरी का माहौल बन गया है। ग्रामीण गांव छोड़कर ऊंचे स्थानों पर शरण ले रहे हैं। इसके साथ ही निचले इलाके के अन्य गांवों से ग्रामीणों का पलायन शुरू हो गया है। गंडक नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए दियारा इलाके में दहशत का माहौल बनने लगा है। नेपाल के तराई इलाके में बारिश शुरू होने के साथ ही बाल्मिकी नगर बराज से गंडक नदी का पानी छोड़ने का सिलसिला शुरू हो गया है। बराज से 69 हजार 200 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। जिससे सोमवार की सुबह गंडक नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया। गंडक नदी का पानी निचले इलाके के खाप, मकसूदपुर, डोमाहाता, मझरिया, सेमराही सहित अगल बगल के छह गांवों में घुस गया। गांव में पानी घुसते ही अफरा तफरी मच गई है। ग्रामीण गांव छोड़कर ऊंचे स्थान पर शरण लेने लगे हैं। सदर प्रखंड की कटघरवा पंचायत के मुखिया राजेश सहनी ने बताया कि रविवार की देर रात से ही गंडक नदी का जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया था।मंगलवार की सुबह निचले इलाके के गांवों में नदी का पानी घुसने लगा। गांवों में पानी घुसने के बाद छोटे- छोटे नाव की मदद से लोगों को ऊंचे स्थान पर पहुंचाया जा रहा है। वही जदयू सांसद डॉ आलोक कुमार सुमन ने तटबन्धों का लिया जायजा। बाढ़ संघर्षात्मक समिति के अध्यक्ष से अब्दुल हमीद से की चर्चा। सांसद ने पतहरा, सिहोरवा, मलाही टोला सहित कई गांवों का किया दौरा।