मदरलैंड संवाददाता,
मोदी ने भारत को आत्मनिर्भर बनाने का एक महा झूठ देश के सामने परोसा है। आज हमारे सारे सार्वजनिक संस्थान बी एस एन एल, जीवन बीमा, रेलवे, हवाई जहाज, बिजली जैसी जन सम्पत्ति को अम्बानी, अडानी, टाटा जैसे कारपोरेट एवं बहुराष्ट्रीय कंपनियों के झोले में डालती जा रही है। देश की सड़कें, पुलों को पी पी पी मोड पर लूट के लिये छोड़ दिया है। रिजर्ब बैंक से धड़ल्ले से प्रधानमंत्री द्वारा पैसे निकाले जा रहे हैं। जहां जनता की सारी पूंजी निजी हाथों को सौंपा जा रहा है। उसे आत्मनिर्भर बनाने की बात करना धोखा है। 2014 से ही डीजल एवं पेट्रोल के दामों में बेतहासा बृद्धि किया जा रहा है। यह इसलिये की अम्बानी की रिलायंस कंपनी को फलने फूलने का मौका मिले। याद होगा मनमोहन सरकार के समय में रिलायंस के पेट्रोलपंप बन्द पड़े थे। मोदी जी का मकसद था, रिलायंस को चलाना। पेट्रोल डीजल के दामों में बढ़ोतरी कर अम्बानी के रिलायंस पम्पों को चालू कर दिया। अब इनका मकसद है, जनता के पैसों को अपने और अम्बानी के हाथों को सौंप देना। मोदी जी ने सोचा था कि डीजल का दाम पेट्रोल से ज्यादा करना। सो आप देख रहे हैं कि डीजल और पेट्रोल के दामों में कितना अन्तर था। लेकिन अब दोनों के दाम बराबर हो गया। क्योंकि आंध्रा के समुंद्री इलाके में अम्बानी के पेट्रोल का जो जखीरा है। उसका मनमाना कमाई हो सके। साथ ही डीजल के दाम बढ़ने से ट्रांस्पोर्टेसन में जो भारी बृद्धि होगी तो सामानों के दाम बढ़ना स्वाभाविक हो जायेगा । जिसका सारा भार जनता को ही सहना पड़ेगा।
“इसके विरोध में 26 जून को सीपीएम द्वारा राज्यब्यापी विरोध प्रदर्शन किया जायेगा”
अभी चीन के सवाल पर मोदी ने साफ कह दिया कि चीन न तो भारत के सीमा में घुसा है और नहीं हमारे किसी पोस्ट पर आया है। इसके पीछे मोदी जी का एकमात्र मकसद है कि भारत की भूमि पर चीन का जो भी कब्जा है वह नेहरु के दौर का है। अब तो चीन ने भी मियां की जूती मियां के सर पर रख दिया और वह भी कह दिया कि हमारी सेना भारतीय सीमा के प्रवेश हीं नहीं किया। तो प्रश्न रह जाता है कि क्या हमारी सेना चीन की सीमा का उलंघन तो नहीं किया । मोदी जी ने आगे यह भी कहा कि हमारी सेना मारते मारते मरे हैं। इसका क्या मतलब ? इसका मतलब ये की चीन के अंदर जाकर उसके 43 सैनिकों को हमारी सेना ने मारा है। फिर इन सारी घटनाओं पर साम्राज्यवादी सरगना ट्रम्प न केवल निगाह रख रहा है ।बल्कि मध्यस्थता करने के लिये बिन बुलाए मेहमान है। यानी मांस का मोटरी और गिद्ध रखवार ।