कुमार गौरव, पूर्णिया
- अपनी कर्तव्यनिष्ठा, बहुमुखी व्यक्तित्व, उत्कृष्ट नीति और उच्च विचारों को लेकर ही उन्हें बिहार आइकॉन चुना गया है : डाकपाल
बिहार परिमंडल के पोस्ट मास्टर जनरल अनिल कुमार बिहार आईकॉन एवं चेंज मेकर के तौर पर चुने गए हैं। उनकी इस उपलब्धि से पूर्णिया डाक विभाग के कर्मियों में हर्ष का माहौल है। विभागीय लोगों ने उन्हें शुभकामना देते हुए कहा अपनी कर्तव्यनिष्ठा, बहुमुखी व्यक्तित्व, उत्कृष्ट नीति और उच्च विचारों को लेकर ही उन्हें बिहार आइकॉन चुना गया है। यह उपलब्धि जिले के लिए अत्यंत ही गर्व की बात है। हाल में जिले में डाक विभाग में उनके द्वारा अनेक कार्य किए गए। डाक अधीक्षक पूर्णिया विनय कुमार सिंह व डाकपाल नौशाद आलम ने कहा कि अनिल कुमार डाक विभाग के विभिन्न पदों पर पदस्थापित रहकर अपनी नई सोच, कर्मठता, कर्तव्यनिष्ठा एवं उच्च विचारों के माध्यम से विभाग को नई ऊंचाई तक ले जाने में सफल रहे।

पासपोर्ट बनवाने में हो रही असुविधा को केंद्रित करते हुए बहुत सारी डाकघरों में पासपोर्ट सेवा केंद्र की स्थापना की। मुख्य रूप से प्रधानमंत्री के उज्वला योजना को सफल बनाने के लिए उन्होंने लगभग सभी डाकघरों में एलईडी बल्ब, पंखा और ट्यूबलाइट उचित और सस्ती कीमत पर उपलब्ध कराने की उत्तम व्यवस्था की। जल संकट की स्थिति से उबरने के लिए उन्होंने विभिन्न डाकघरों में वर्षा जल संचयन का निर्माण करवाया। साथ ही डाकघरों द्वारा गंगा जल वितरण को शुरू किया। कोविड-19 लॉकडाउन के शुरुआत से लेकर आज तक पार्सल, विशेष दवा का पार्सल जरूरतमंदों तक कम से कम समय में पहुंचाने के लिए सभी उचित व्यवस्था भी की। लॉकडाउन के दौरान प्रत्यक्ष लाभ डीबीटी का पैसा प्रत्येक आदमी के घर तक पहुंचाने के लिए एइपीएस आधार इनेबल पेमेंट सिस्टम की भी व्यवस्था करवाई।
सुकन्या समृद्धि का खाता खोलने के लिए चलाया स्पेशल ड्राइव :
बिहार की कोई भी बच्ची सुकन्या समृद्धि खाता से वंचित न रह जाए इसके लिए उन्होंने सुकन्या समृद्धि का खाता स्पेशल ड्राइव चलाया और बहुत बड़ी संख्या में खाता खोला गया। श्री कुमार ने सिर्फ डाक विभाग को ही एक नई ऊंचाई और दिशा प्रदान नहीं की बल्कि इनका कार्य एवं योगदान अन्य क्षेत्रों में भी अत्यंत सराहनीय है। उन्होंने नई तकनीक के जैविक कृषि तथा देशी गाय को बढ़ावा दिया और अन्य लोगों को इस काम के लिए प्रोत्साहित किया और जोड़ा। जिससे लोग को स्वरोजगार का नया विकल्प मिला। चौराहा गांव में इन्होंने किक फार्म का निर्माण करवाया। बिहार को हरित बिहार बनाने के लिए बड़े पैमाने पर विचार ओपन भी कराया। एक लाख पेड़ लगाने के निर्धारित लक्ष्य में भी अभी तक करीब 45 से 50000 तक पेड़ लगाए जा चुके हैं। साथ ही दिव्यांगों के लिए कैंप लगाकर उनका इलाज करवाया गया। उत्तम जैविक खेती तथा देशी गाय पर लगातार काम कर रहे हैं।
पठन पाठन की दिशा में किया कार्य :
कमजोर असहाय और शिक्षा से वंचित वर्ग बच्चों एवं बच्चियों को शिक्षा एवं शिक्षा के साधन मुहैया करवाने में हरसंभव मदद की। सूबे के बहुत सारे छात्र उनके प्रोत्साहन और दिशा निर्देश से अपनी नई ऊंचाई को छू रहे हैं। शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए उन्होंने संबोधित पब्लिक स्कूल की स्थापना पटना में 2002 में की। साथ ही मुफ्त कोचिंग एवं मोटिवेशनल सेंटर भी लगातार चला रहे हैं। बापू इन बिहार पर कई किताब लिखे हैं। स्वच्छ भारत और महिला सशक्तिकरण की दिशा इनका प्रयास सराहनीय है। इनके प्रयास और दिशा निर्देश से बिहार डाक विभाग में बहुत सारे डाकघरों में ऑटोमेटिक सैनिटरी में नैपकिन वेंडिंग मशीन लगाए जा चुके हैं।