श्रीनगर । कश्मीर में भाजपा नेताओं पर लगातार आतंकी हमले जारी हैं। आतंकियों के किए गए हमलों में अब तक 4 भाजपा नेताओं की मौत हो चुकी है। भाजपा नेताओं पर लगातार हो रहे हमलों से उसके नेताओं में खौफ का माहौल है। पिछले एक महीने में घाटी में इन दिनों भाजपा और मुख्यधारा की राजनीति से जुड़े दूसरे नेता आतंकियों के निशाने पर हैं। इसी के मद्देनजर पुलिस की सुरक्षा शाखा ने भाजपा नेताओं पर आतंकी हमले का अलर्ट जारी किया था। इससे पहले 4 अगस्त को कुलगाम के आखरन नौपुरा में भाजपा के स्थानीय नेता और संरपच आरिफ अहमद पर जानलेवा हमला हुआ। आरिफ को उनके घर से कुछ ही दूरी पर पॉइंट ब्लैंक रेंज से गोलियां मारी गईं। इसके बाद आतंकी फरार हो गए। नेताओं को सतर्क रहने की सलाह दी गई थी, लेकिन यह आतंकियों का दुस्साहस है कि पिछले 48 घंटे में दो भाजपा नेताओं पर जानलेवा हमला किया गया। भाजपा नेता वसीम बरी के अलावा उनके भाई और पिता की भी आतंकी हमले का शिकार हो गए थे। वसीम बारी का भाई और पिता भी भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता थे। पीएम नरेंद्र मोदी ने इस घटना को लेकर दुख जाहिर किया था। वसीम बारी की सुरक्षा में पर्याप्त सुरक्षाकर्मी मौजूद थे। ऐसे में लापरवाही के चलते सभी 10 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया था।
एक भाजपा नेता की मौत के बाद पूरे इलाके में सर्च आपरेशन चलाया गया। ताकि आतंकियों का सुराग लगाया जा सके। लेकिन आतंकियों का कोई पता नहीं चला। इस तरह की घटना होने के बाद पूरे कश्मीर में सुरक्षा को कड़ा किया गया है, क्योंकि आतंकियों की तरफ से कहा गया है कि कश्मीर में हमलों को तेज किया जाएगा। इससे पहले भी आतंकियों की तरफ से भाजपा के नेताओं को निशाना बनाकर हमला किया जा चुका है। 15 जुलाई को सोपोर में आतंकियों ने भाजपा नेता मेहराजुद्दीन मल्ला को अगवा कर लिया था, हालांकि उन्हें 10 घंटे में रिहा करा लिया गया था। इस घटना ने भी कश्मीर में भाजपा नेताओं की चिंता और बढ़ा दी थी। खासकर कश्मीर में राष्ट्रवादी ताकतों को मजबूत बनाने की मुहिम चला रहे भाजपा नेता और कार्यकर्ता आतंकियों के निशाने पर हैं। 8 जून को अनंतनाग जिले के लरकीपुरा इलाके के सरपंच और कांग्रेस के सदस्य अजय पंडित की उनके गांव में हत्या कर दी गई थी। इसके बाद सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन चलाकर सरपंच अजय पंडिता के हत्यारों को मार गिराया था। भाजपा नेताओं पर साल 2017 से हमले के मामले सामने आए। 4 मई 2019 को अनंतनाग जिले के भाजपा उपाध्यक्ष गुल मुहम्मद मीर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इससे पहले 22 अगस्त 2018 को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों ने भाजपा कार्यकर्ता शबीर अहमद भट्ट की हत्या कर दी थी। वहीं 2017 के नवंबर महीने में दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में आतंकवादियों ने भाजपा की युवा शाखा की जिला इकाई के प्रमुख 30 वर्षीय गौहर हुसैन भट की गला रेत कर हत्या कर दी थी।

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