नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देशभर में बाढ़ के हालात और दक्षिण पश्चिम मॉनसून की तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान प्रधानमंत्री के साथ वीडियो कॉन्फ्रेसिंग में असम, बिहार, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक और केरल के मुख्यमंत्री मौजूद थे। इसके साथ ही, केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, दोनों ही केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री और संबंधित मंत्रालयों और संगठनों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। गौरतलब है कि बाढ़ से केरल, बिहार और असम का बुरा हाल है। उत्तर बिहार में नदियों के जलस्तर में उतार-चढ़ाव से बाढ़-कटाव का संकट अभी कई जिलों में कायम है। बागमती का जलस्तर बढ़ने से दरभंगा शहर के आधा दर्जन से अधिक मोहल्लों में बाढ़ का पानी घुस गया। शहर के पश्चिमी इलाके बेला, जालान कॉलेज इलाका, नया घराड़ी समेत कई मोहल्लों में पानी एक से दो फीट की तक पहुंचा है। एनएच 57 की ओर से बाढ़ का पानी आने के कारण कई अन्य मोहल्लों में स्थिति गंभीर बनी है। दरभंगा के शहरी क्षेत्र से सटे इलाकों में बाढ़ का पानी कई दिनों से फैला हुआ है अबतक नाव की सुविधा उपलब्ध नहीं कराए जाने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उधर, सिंहवाड़ा प्रखंड में कमतौल-भरवाड़ा सड़क पर पानी चढ़ने से यातायात बाधित होने का खतरा बढ़ गया है। हनुमाननगर प्रखंड में बाढ़ का पानी कमने का नाम नहीं ले रहा है इससे लोगों की परेशानी बनी हुई है। पूर्वी चंपारण के केसरिया प्रखंड में अब भी बाढ़ का खतरा बना हुआ है। शहरी क्षेत्र में भी बाढ़ का पानी बढ़ने से लोगों में दहशत है। वहीं चटिया में गंडक का जलस्तर घटने से लोगों में थोड़ी राहत है। उधर, वाल्मीकिनगर बराज से गंडक में 142100 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। अभी गंडक की स्थिति सामान्य रहने से पश्चिम चंपारण में संकट कमा है। फिर भी रविवार शाम से तराई इलाकों में हुई बारिश से दियारा के लोगों की चिंता एक बार फिर बढ़ चली है।

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