पटना। उत्तर बिहार के 15 जिलों में और गंगा नदी से सटे जिलों में एक-दो स्थानों पर भारी बारिश और वज्रपात की आशंका जताई गई है। दरअसल, उत्तर प्रदेश के मध्य की ओर समुद्र तल से 5.8 किमी की ऊंचाई पर कम दबाव के चक्रवाती स्थिति बनी हुई है और अगले दो दिन पूर्व और उत्तर पूर्व की ओर बढ़ने के आसार हैं। जिसके कारण शुक्रवार और शनिवार को पूरे बिहार में मानसून के अति सक्रिय रहने के आसार हैं। ऐसे में मौसम विभाग ने राज्य भर के लोगों को चेतावनी जारी कर कहा कि मौसम खराब होने की स्थिति में सतर्कता बरतें और घर से बाहर न निकलें। मौसम विज्ञान केंद्र ने जिन जिलों के लिए खास तौर पर अलर्ट जारी किया है, उनमें पूर्वी चम्पारण, पश्चिमी चंपारण, शिवहर, सीवान, गोपालजंग, सीतामढ़ी, सुपौल, दरभंगा, मधुबनी, अररिया, किशनगंज, समस्तीपुर, कटिहार, पूर्णिया, मुजफ्फरपुर और पटना एवं उसके आसपास के इलाके शामिल हैं। बता दें कि मौसम विभाग ने शुक्रवार के लिए ऑरेंज अलर्ट और शनिवार के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग से जारी हाई अलर्ट में कहा गया है कि जान-माल को भारी नुकसान पहुंच सकता है। इसके अलावा मौसम विभाग ने पूर्वी बिहार, सीमांचल और कोसी के अधिकांश जिलों में भारी बारिश के साथ वज्रपात का अलर्ट जारी किया है। बता दें कि बीते कुछ दिनों से नेपाल में हो रही लगातार बारिश के कारण गंडक, बूढ़ी गंडक, कमला बलान जैसी नदियों के जलग्रहण क्षेत्र में बारिश होने के कारण इन नदियों के जलस्तर में भी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।

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