छात्र सीधे अगले साल 2021 में होने वाले बोर्ड परीक्षा में बैठ सकेंगे
कोलकाता । कोरोना वायरस संकट को देखते हुए बंगाल सरकार ने अहम फैसला लिया। ममता बनर्जी की अगुवाई वाली बंगाल सरकार के शिक्षा विभाग ने 10वीं और 12वीं कक्षा के बच्चों की सेलेक्शन या प्री-बोर्ड परीक्षा नहीं लेने का फैसला किया है। बुधवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस बारे में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ऐलान किया। राज्य सरकार का ये फैसला पश्चिम बंगाल सेकंडरी और पश्चिम बंगाल हायर सेकंडरी एजुकेशन बोर्ड के छात्रों पर लागू होगा। 10वीं और 12वीं छात्र सीधे 2021 में होने वाले बोर्ड परीक्षा में बैठ सकेंगे। बंगाल सरकार ये फैसला उस समय आया जब चर्चाएं थीं कि कोविड संकट के चलते सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी (सीबीएसआई) 10वीं और 12वीं क्लास के शेड्यूल में बदलाव कर सकता है। इससे पहले सीबीएसई ने सेंट्रल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट की परीक्षा को कोविड के चलते स्थगित कर दिया था, अब ये परीक्षा 31 जनवरी 2021 को होगी।
पश्चिम बंगाल में कोरोना के मंगलवार को एक दिन में सबसे ज्यादा मरीज ठीक हुए हैं। ठीक होने वाली मरीजों की संख्या 4,415 रही। इस तरह बंगाल में अब तक 3,72,265 लोग संक्रमण से ठीक हो चुके हैं। राज्य में डिस्चार्ज होने वाले लोगों की संख्या 90.11 प्रतिशत हो गई है। संक्रमण के चलते राज्य में मरने वालों की संख्या 7,403 हो गई है। इसके साथ ही ममता बनर्जी ने बंगाल पुलिस की तीन नई बटालियनों की भी घोषणा की। इनमें से एक कूचबिहार के लिए नारायणी सेना, दूसरी गोरखा के लिए गोरखा बटालियन और तीसरी बटालियन जंगलमहल के लिए होगी। तीनों बटालियनों में प्रत्येक में 1 हजार पुलिस कर्मी होगी. इस बीच बंगाल में उपशहरीय लोकल ट्रेनों को परिचालन भी शुरू हो गया है1 7 महीने बाद शुरू हुई ये ट्रेनें कोविड गाइडलाइन के अनुसार चलाई जा रहीं हैं। मार्च 2020 के बाद से ही राज्य में लोकल ट्रेनों का संचालन ठप था।

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