नई दिल्ली । केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल वी.के. सिंह ने राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर एकरूप दृष्टिकोण अपनाए जाने पर जोर दिया है। उनका कहना है कि प्रत्येक व्यक्ति को राष्ट्र की समग्र सुरक्षा को लेकर कुछ भूमिका मिली हुई है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के बारे में आम धारणा यह है कि यह केवल वर्दीधारी कर्मियों की जिम्मेदारी है, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा का व्यापक अर्थ है। पूर्व सेनाध्यक्ष ने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन (आईआईपीए) में कल ‘नेशनल सिक्योरिटी डायलॉग’ विषय पर बातचीत करते हुए कहा कि प्रतिभागी इसकी शुरुआत कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मानसिकता और लोकाचार को बदलना और पूर्ण राष्ट्रीय सुरक्षा हासिल करने के लिए एम्पायर बिल्डिंग के नजरिये से किनारा करना होगा। मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा को किस्तों में हासिल नहीं किया जा सकता है, लेकिन एक एकीकृत दृष्टिकोण अपनाए जाने की आवश्यकता है जिसमें बाहरी सुरक्षा, आंतरिक सुरक्षा, ऊर्जा सुरक्षा, साइबर सुरक्षा आदि जैसे सभी सुरक्षा मामले शामिल हैं। मंत्री ने रक्षा खरीद, साइबर अंतरिक्ष सुरक्षा और प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भरता के बारे में बताने के अलावा समग्र सुरक्षा पहलुओं से निपटने के दौरान प्रौद्योगिकी, नवाचार और कुशल दृष्टिकोण के उपयोग के बारे में भी बात की। उन्होंने आत्मानिर्भर भारत पर जोर दिया, जो रक्षा उपकरणों के स्वदेशी निर्माण की क्षमताओं को विकसित करने में मदद करेगा। आईआईपीए के फैकल्टी और वरिष्ठ कर्मचारी इस सत्र में शामिल हुए। 46वें एडवांस्ड प्रोफेशनल प्रोग्राम इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन (एपीपीपीए) के प्रशिक्षु अधिकारी ऑनलाइन इस कार्यक्रम में शामिल हुए। इसमें संस्थान की क्षेत्रीय और स्थानीय शाखाओं के सदस्यों के साथ सशस्त्र बल भी शामिल रहे। उल्लेखनीय है कि अखिल भारतीय और केंद्रीय सेवाओं के वरिष्ठ अधिकारियों के लिए आईआईपीए एक 10 महीने का प्रोग्राम संचालित है जिसे एडवांस्ड प्रोफेशनल प्रोग्राम इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन के नाम से जाना जाता है। जनरल वी के सिंह ने आईआईपीए में महात्मा गांधी और सरदार वल्लभभाई पटेल की मूर्तियों पर माल्यार्पण भी किया।