नई दिल्ली । देश में डीजल की बिक्री आठ महीने में पहली बार अक्टूबर में सालाना आधार पर बढ़ने के बाद नवंबर में फिर घटी है। नवंबर में सालाना आधार पर डीजल की बिक्री में सात प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। उद्योग जगत के आंकड़ों में इसकी जानकारी मिली। नवंबर में डीजल की बिक्री मासिक आधार पर आठ प्रतिशत अधिक रही। नवंबर, 2020 में देश में डीजल की खपत 62.3 लाख टन रही। यह साल भर पहले 67 लाख टन थी। अक्टूबर, 2020 में देश में 57 लाख टन डीजल की खपत हुई थी। उद्योग जगत के अधिकारी ने कहा कि सितंबर में डीजल की बिक्री कोरोना से पहले के स्तर पर पहुंच गई थी। इसके बाद नवंबर में इसके उपभोग में कमी आने से पता चलता है कि सुधार टिकाऊ नहीं है। इस दौरान पेट्रोल की बिक्री साल भर पहले के 22.8 लाख टन से बढ़कर 24 लाख टन पर पहुंच गई।वहीं रसोई गैस (एलपीजी) की बिक्री भी 4.5 प्रतिशत बढ़कर 23.6 लाख टन पर पहुंच गयी। विमान ईंधन (एटीएफ) की बिक्री सालाना आधार पर 48 प्रतिशत नीचे 3,46,000 टन रही। यह मासिक आधार पर 6.3 प्रतिशत अधिक रही। पेट्रोलियम उत्पादों की कुल मांग अक्टूबर में 2.5 प्रतिशत बढ़कर 177.7 लाख टन रही। पेट्रोल की मांग सितंबर महीने में कोरोना से पहले के स्तर पर पहुंची थी, जबकि डीजल की मांग अक्टूबर में सामान्य हो पायी थी। अक्टूबर में डीजल की मांग सालाना आधार पर 7.4 प्रतिशत तथा पेट्रोल की बिक्री 4.5 प्रतिशत अधिक रही थी। उद्योग जगत के सूत्रों ने कहा कि मासिक आधार पर नवंबर में डीजल की बिक्री बढ़ी है, जो एक अच्छा संकेत है।

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