नई दिल्ली । मुकेश अंबानी की टेलीकॉम कंपनी रिलायंस जियो ने वोडाफोन-आइडिया और भारती एयरटेल के खिलाफ टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पास शिकायत दर्ज कराई है। जियो ने वीआई और एयरटेल पर आरोप लगाया है कि ये टेलीकॉम कंपनियां किसान आंदोलन का फायदा उठाकर उसके खिलाफ निगेटिव कैंपेन चला रही हैं। जियो ने दोनों कंपनियों पर किसान आंदोलन को कैंपेन के तौर पर इस्तेमाल करने और बदनाम करने का आरोप लगाया है। वीआई और एयरटेल ग्राहकों को लालच देकर रिलायंस जियो से पोर्ट आउट कराने की कोशिश कर रही हैं। मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी कैंपेन के लिए कई सोशल प्लेटफाम्र्स का इस्तेमाल किया जा रहा है। जियो के ग्राहकों को एयरटेल और वीआई पर पोर्ट करने को कहा जा रहा है।
जियो को यह डर
कहा जा रहा है कि कृषि कानून आने के बाद सबसे ज्यादा फायदा अंबानी और अडाणी को होगा। ऐसा आरोप किसान लगा रहे हैं। राजनीतिक दल भी इसे जोरशोर से उठा रहे हैं। चूंकि अडाणी के पास टेलीकॉम कंपनी नहीं है, इसलिए विरोध अभी अंबानी का है। पिछले दिनों आंदोलित किसानों ने जियो का सिम सरेंडर किया था। इसी को लेकर जियो नाराज है।
फेसबुक-गूगल भी सकते में
गौरतलब है कि रिलायंस जियो प्लेटफॉम्र्स को फेसबुक से कंपनी में 9.99 फीसदी हिस्सेदारी के लिए 43,574 करोड़ रुपए मिले हैं। कंपनी की ?सब्सिडियरी जियो प्लेटफॉम्र्स लिमिटेड को फेसबुक की पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी जाधू होल्डिंग्स, एलएलसी से 43,574 करोड़ रुपए की राशि मिली है। फेसबुक ने जियो प्लेटफॉम्र्स में 4.62 लाख करोड़ रुपए के एंटरप्राइज वैल्यू पर 9.99 फीसदी हिस्सेदारी ली है। अब जिस तरह से विरोध हो रहा है, उसे देखते हुए दोनों कंपनियां सकते में हैं। कहा जा रहा है कि विरोध का दौर नहीं थमा तो दोनों कंपनियों को तगड़ा घाटा हो सकता है।

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