नई दिल्ली । देश की आजादी की 75 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में 25 दिसंबर से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर स्मारकों में निःशुल्क शूटिंग की इजाजत मिल जाएगी। हालांकि इसके लिए अनुमति लेना आवश्यक होगा। देश की विरासत, राष्ट्रीय भाषा संवर्धन, भारतीय परंपरा व संस्कृति, स्वतंत्रता सेनानियों, आजादी के संघर्ष, लोक संगीत व भाषा और पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शूटिंग के शुल्क से आवेदक या संबंधित एजेंसी को यह छूट दी जा रही है। राजधानी दिल्ली में 174 स्मारक भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग द्वारा संरक्षित की जाती है। निःशुल्क शूटिंग की यह इजाजत 15 अगस्त तक जारी रहेगी। इस संबंध में घोषणा नवंबर महीने में कर दी गई थी। वहीं देश के अलग-अलग कोनों में स्थित 27 विश्व धरोहर स्थलों को निःशुल्क शूटिंग की अनुमति की सूची से अलग रखा गया है। जिसमें दिल्ली स्थित लालकिला, हुमायूं का मकबरा और कुतुबमीनार शामिल है। एएसआई के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार जब ऐसे विषयों को लेकर स्मारकों में शूटिंग होगी। तो पर्यटकों के बीच में स्मारकों को लेकर भी रूचि बढ़ेगी। कोरोना के बाद से पर्यटकों की संख्या में भी काफी कमी आई है। उम्मीद है कि इस कदम के कुछ समय बाद जब यहां संबंधित विषय की शूटिंग होने और उसके प्रसारण के बाद लोग स्मारकों को देखने के लिए ज्यादा संख्या में जुटेंगे।














