भोपाल। प्रदेश में अब तक कुल 13 जिलों में बर्ड फ्लू के मामलों की पुष्टि हो चुकी है। इतना ही नहीं, अभी 21 और जिलों में पक्षियों के मरने की सूचना मिली है। उसकी जांच पडताल की जा रही है। जानलेवा बर्ड फ्लू का संक्रमण प्रदेश में लगातार पैर पसार रहा है। शनिवार को प्रदेश के चार और जिलों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। इसमें शिवपुरी, राजगढ़, विदिशा और शाजापुर शामिल हैं। आगर मालवा में मुर्गा बाजार में टेबल, चाकू आदि से लिया गया एक सैंपल भी पॉजिटिव आया है। हालांकि, बाजार से चार मुर्गों के सैंपल भी लिए गए थे, जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आई हैं। सैंपल पॉजिटिव आने के बाद बाजार के सभी मुर्गों को मारकर दफना दिया गया है। यहां के आसपास के पोल्ट्री फार्म्स को एक हफ्ते के लिए बंद कर दिया गया है। संचालक पशुपालन डॉ. आरके रोकड़े ने बताया कि अब तक 21 जिलों में कौओं और अन्य पक्षियों के मरने की सूचना मिली है। आठ जिलों की रिपोर्ट आना अभी बाकी है। उन्होंने बताया कि लैब में सैंपल अधिक संख्या में पहुंच रहे हैं। इस वजह से रिपोर्ट मिलने में देरी हो रही है। अभी चार से पांच दिन में रिपोर्ट आ रही है।गौरतलब है कि 26 दिसंबर को प्रदेश के इंदौर जिले में बर्ड फ्लू का पहला मामला सामने आया था। तब इंदौर के डेली कॉलेज में कुछ कौए मृत पाए गए थे। उनके सैंपल जांच के लिए भेजे गए, जिससे बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई। उसके बाद से प्रदेश में अब तक 13 जिलों में बर्ड फ्लू के मामले सामने आ चुके हैं। इंदौर, मंदसौर, आगर मालवा, गुना, उज्जैन, देवास, नीमच, खंडवा और खरगोन में पहले ही बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है। इंदौर और नीमच में मुर्गा बाजार से लिए गए पर्यावरणीय सैंपल (चाकू, टेबल, बर्तन आदि से लिए सैंपल) भी पॉजिटिव मिल चुके हैं।
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