न विशेष आमंत्रण दिया गया न ही कोई बैठक व्यवस्था रखी
भोपाल। कांग्रेस विधायकों को लोकार्पण कार्यक्रम में नहीं बुलाया गया तो वे विरोध स्वरुप धरने पर बैठ गए। उनका कहना था कि लोकार्पण व शुभारंभ कार्यक्रमों की पट्टिकाओं पर उनके नाम लिखे गए थे तो उन्हें कार्यक्रम में क्यों नहीं बुलाया गया। यह मामला प्रदेश के ग्वालियर शहर का है जहां फूलबाग मैदान में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लोकार्पण एवं शुभारंभ कार्यक्रम में भाग लिया।
पूर्व विधानसभा क्षेत्र के विधायक सतीश सिंह सिकरवार धरने
कार्यक्रम स्थल पर भितरवार से कांग्रेस विधायक लाखन एवं ग्वालियर पूर्व विधानसभा क्षेत्र के विधायक सतीश सिंह सिकरवार धरने पर बैठ गए। उनकी नाराजगी का कारण था कि लोकार्पण व शुभारंभ कार्यक्रमों की पट्टिकाओं पर उनके नाम लिखे गए थे। मगर उन्हें कार्यक्रम में आने के लिए न विशेष आमंत्रण दिया गया न ही उनके लिए कोई बैठक व्यवस्था रखी गई। सिकरवार का कहना था कि उनके विधानसभा क्षेत्र में हुए कार्यक्रमों में ही उन्हें नहीं बुलाया गया। विधायक लाखन सिंह का कहना है कि वे कार्यक्रम स्थल पर मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपने पहुंचे थे।
सिंचाई योजना को स्वीकृत कराकर सिंचाई व्यवस्था कराने संबंधी
ग्वालियर जिले के हिम्मतगढ़ फीडर एवं आरौन-पाटई माइक्रो लिफ्ट सिंचाई योजना को स्वीकृत कराकर सिंचाई व्यवस्था कराने संबंधी यह ज्ञापन था। जिसे सौंपने के लिए कलेक्टर ने शाम 6 बजे एयरपोर्ट पहुंचने का समय दिया था, जबकि गांव से किसान दोपहर 2 बजे से आकर बैठे हुए थे। हालांकि यह ज्ञापन विवाद बढ़ने पर ले लिया गया। कार्यक्रम पंडाल में महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष रुचि गुप्ता ने ज्ञापन सौंपने के लिए जबरन प्रवेश करने का प्रयास किया।
विधानसभा क्षेत्र में होने वाले कार्यक्रमों में नहीं बुलाया
मगर महिला पुलिसकर्मियों ने उन्हें खींचकर बाहर निकाल दिया। अधिक हंगामा करने पुलिस ने उन्हें हिसारत में ले लिया। बता दें कि पूर्व में विधानसभा सत्र के दौरान प्रदेश के विधायक गण इस तरह की शिकायतें आसंदी से अनेक बार कर चुके हैं कि उन्हें उनके ही विधानसभा क्षेत्र में होने वाले कार्यक्रमों में नहीं बुलाया जाता है। इस पर आसंदी से भी कई बार निर्देश दिए गए कि कार्यक्रम में स्थानीय विधायकों को भी आमंत्रित किया जाए, इसके बावजूद इस तरह की समस्या बार-बार आती रहती है और टकराव के नौबत बनती रहती है।
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