पर्यटक डाल्फिन-घडिय़ाल के साथ देख पाएंगे एशियन शेर

भोपाल। चंबल में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम अगले माह चंबल महोत्सव आयोजित करने की तैयारी में है। इसमें देश-विदेश से आने वाले पर्यटक चंबल नदी में डाल्फिन-घडिय़ाल के साथ अन्य जलीय जीव निहार पाएंगे। साथ ही करीब 30 किमी दूर इटावा (उत्तर प्रदेश) की सफारी में एशियन शेर भी देख सकेंगे। सफारी में पिछले वर्षों में शेरों का कुनबा बढ़कर 11 हो गया है।
चंबल नदी में पाए जाने वाले जलीय जीवों और किनारे बसे बीहड़ों को लेकर दुनियाभर के लोगों में उत्सुकता रहती है।

विकास निगम के संचालक मनोज कुमार सिंह की भिंड कलेक्टर वीरेंद्र सिंह रावत

इसी को ध्यान में रखते हुए पर्यटन विकास निगम के संचालक मनोज कुमार सिंह की भिंड कलेक्टर वीरेंद्र सिंह रावत के साथ बैठक हो चुकी है। उन्होंने अटेर एसडीएम उदय सिकरवार के साथ चंबल नदी, बीहड़, अटेर किला और अटेर के मुकुटपुरा में प्राचीन इमारतों को देखा। यहां पर्यटकों को किस तरह से लाकर क्या सुविधाएं मुहैया कराई जा सकेंगी, इस पर भी चर्चा की गई। चंबल महोत्सव के दौरान पर्यटकों को लोक कलाकारों से रूबरू कराने के साथ चंबल की प्रकृति से भी परिचित कराया जाएगा। चंबल नदी में मोटर बोट और पैडल बोट से सैर के साथ वाटर स्पोटर््स का आयोजन भी किया जाएगा। तैयारियों को अंतिम रूप अटेर विधायक और सहकारिता मंत्री डा. अरविंद सिंह भदौरिया की मौजूदगी में होने वाली बैठक में दिया जाएगा।

बन सकता है टूरिस्ट सर्किट

चंबल में घडिय़ाल-डाल्फिन के अलावा इटावा की लायन सफारी भी शामिल हो गई है। भिंड जिला मुख्यालय से 35 किमी दूर इटावा में लायन सफारी में दिसंबर 2020 में शेरनी जेसिका ने दो मादा शावकों को जन्म दिया दिया है, जिससे सफारी में कुनबा 11 हो गया है। इन्हें देखने आने वाले सैलानियों का रुझान चंबल में ग्रामीण पर्यटन की ओर किया जा सकता है।

महोत्सव की प्रस्तावित रूपरेखा

– प्रथम दिवस : महोत्सव के शुभारंभ के बाद शाम छह बजे से स्थानीय लोक कलाकारों की और बाहर से आए कलाकारों की सांस्कृतिक प्रस्तुति। फिर चंबल नदी की आरती।
– द्वितीय दिवस : सुबह पांच किमी चंबल यात्रा। रेत पर वालीबाल, कबड्डी, दौड़ आदि। शाम को लोक कलाकार और भदावर (क्षेत्रीय) कवियों की प्रस्तुति। रात में चंबल नदी की आरती।
– तृतीय दिवस : सुबह 6 बजे से ऊंट और घोड़ों की सवारी से बीहड़ दर्शन व दोपहर में ऊंट और घोड़ों की दौड़। शाम को साइकिल ट्रैकिंग व स्कूली छात्रों की प्रस्तुति के साथ पुरस्कार वितरण समारोह।

इनका कहना है

चंबल में ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए महोत्सव की रूपरेखा तैयार की जा रही है। पिछले दिनों आए पर्यटन निगम के डायरेक्टर से चर्चा हो चुकी है। कार्यक्रमों का अंतिम रूप दिए जाने के साथ मार्च में महोत्सव संभावित है।
वीरेंद्र सिंह रावत, कलेक्टर, भिंड

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