कंपनी आईपैड की भारत में करना चाहती है मैन्युफैक्चरिंग
नई दिल्ली। अमेरिकी टेक कंपनी एप्पल अब आईपैड की मैन्युफैक्चरिंग भी भारत में करना चाहती है। आईपैड के प्रोडक्शन के लिए कंपनी को भारत सरकार की प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव यानी पीएलआई स्कीम में हिस्सा मिल सके, इसके लिए कंपनी लॉबिंग कर रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, एप्पल भारत में दूसरी कंपनियों के साथ 20 हजार करोड़ रुपये के इंसेंटिव के लिए लॉबिंग कर रही है। हालांकि, इस मामले में कंपनी की तरफ से अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
एप्पल ने यह पहल ऐसे समय में की है जब उसकी सप्लायर ताइवानी कंपनी विस्ट्रॉन दोबारा भारत में अपनी फैक्ट्री को शुरू कर रही है। हालांकि एप्पल ने विस्ट्रॉन के ऊपर से प्रोवेशन अभी नहीं हटाया है।
लैपटॉप और सर्वर के उत्पादन को बढ़ावा देने के
रिपोर्ट के मुताबिक, अब केंद्र सरकार देश में टैबलेट, लैपटॉप और सर्वर के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए एक और इंसेंटिव स्कीम की घोषणा करने जा रही है, जिसका बजट 7 हजार करोड़ रुपये हो सकता है। सूत्रों ने बताया कि केंद्र सरकार फरवरी के अंत तक इस स्कीम की घोषणा कर सकती है। इस वजह से एप्पल भारत में आईपैड बनाने के लिए सरकार से इंसेंटिव की मांग कर रही है। इसके अलावा केंद्र सरकार अगले दो महीने में 5 साल के लिए 5000 करोड़ रुपये के इंसेटिव का ऐलान वियरेबल डिवाइस जैसे स्मार्टवॉच आदि के प्रोडक्शन को बढ़ावा देने के लिए कर सकती है।
मैकबुक का प्रोडक्शन कराना चाहती थी, लेकिन भारत ने
भारत में एप्पल इस साल की शुरुआत में ही अपने आईपैड और मैकबुक का प्रोडक्शन कराना चाहती थी, लेकिन भारत ने चीनी कंपनियों को प्रवेश बैन किया हुआ है। इस वजह से एप्पल की योजना में देरी हुई है। सूत्रों के मुताबिक, केंद्र सरकार ने एप्पल से किसी नॉन-चाइनीज कंपनी से आईपैड और मैकबुक एसेंबल कराने को कहा है।बता दें कि देश में स्मार्टफोन मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार ने पिछले साल 6.7 बिलियन डॉलर का पीएलआई स्कीम लॉन्च किया था। एप्पल ने इस योजना में अपने कॉन्ट्रैक्टर्स के माध्यम से भाग लिया था।
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