आगरा। उत्तर प्रदेश के आगरा में शाम दर्दनाक हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि फतेहाबाद के गांव प्रतापपुरा में एक किशोर सेप्टिक टैंक में रिसाव को ठीक करने के लिए उतरा था। जहरीली गैस से वह बेहोश हो गया तो उसके दो सगे भाई भी टैंक में उतर गए। इसके बाद सब को निकालने के लिए चचेरा भाई और पड़ोसी युवक भी टैंक कूद गए। पांचों का दम घुट गया। घर का सेप्टिक टैंक कब्र बन गया।
एसएसपी समेत प्रशासन के अधिकारी एसएन मेडिकल कॉलेज
देर रात डीएम और एसएसपी समेत प्रशासन के अधिकारी एसएन मेडिकल कॉलेज पहुंचे। घटना करीब देर शाम 6:30 बजे की है। कस्बे के गांव प्रतापपुरा में सुरेंद्र का परिवार रहता है। परिजनों ने बताया कि घर में खुदे कच्चे सेप्टिक टैंक से रिसाव हो रहा था। उसे ठीक करने के लिए 12 साल का अनुराग प्रयास कर रहा था। अनुराग के जहरीली गैस से बेहोश होने पर उसका भाई आदित्य (15) और अविनाश (17) भी सेप्टिक टैंक में उतर गए। कुछ देर बाद वे भी बाहर नहीं आए तो इनका चचेरा भाई सोनू शर्मा (32) और पड़ोसी गांव का योगेश बघेल (18) भी टैंक में उतर गया। तभी सुरेंद्र की पत्नी वहां पहुंची। उसने चीखना शुरू कर दिया। चीखपुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर इकट्ठा हो गए।
पुलिस को मामले की जानकारी दी। पुलिस और ग्रामीणों ने पांचों को टैंक
लोगों ने थाना पुलिस को मामले की जानकारी दी। पुलिस और ग्रामीणों ने पांचों को टैंक से बाहर निकाला। सभी को एसएन मेडिकल कॉलेज के लिए भेजा। जहां डॉक्टरों ने पांचों को मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह, एसएसपी बबलू कुमार, एडीएम सिटी, एसडीएम फतेहाबाद समेत अन्य अधिकारी एसएन मेडिकल कॉलेज पहुंचे। परिजनों से घटना की जानकारी ली। अनुराग, आदित्य और अविनाश तीनों सगे भाई थे। इनका और कोई भाई या बहन नहीं है। हादसे में तीनों की एक साथ मौत से घर के सभी चिराग बुझ गए। इससे घर और गांव में मातम पसरा हुआ है। घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है।
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