नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने कोरोना टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य कर्मियों व फ्रंटलाइन कर्मचारियों के ताजा पंजीकरण पर रोक लगा दी है। राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों को इस बाबत शनिवार को निर्देश जारी किए गए हैं। इसमें सरकार ने तर्क दिया कि कुछ अपात्र लाभार्थी नियमों का उल्लंघन करते हुए इस श्रेणी में पंजीकरण करा रहे हैं। केंद्र ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखा है कि वे स्वास्थ्य सेवा (एचसीडब्ल्यू) और फ्रंटलाइन वर्कर्स (एफएलडब्ल्यू) के किसी भी नए पंजीकरण को तत्काल प्रभाव से अनुमति न दें।
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण द्वारा राज्य सरकारों को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि विभिन्न स्रोतों से विभिन्न इनपुट मिले हैं कि टीकाकरण केंद्रों में, कुछ अयोग्य लाभार्थियों को हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर के रूप में पंजीकृत किया जा रहा है और यह निर्धारित दिशानिर्देशों के पूर्णत: उल्लंघन है। पत्र में कहा गया है कि पिछले कुछ दिनों में हेल्थकेयर वर्कर्स के डेटाबेस में 24 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इसके बाद यह निर्णय लिया गया है कि हेल्थकेयर वर्कर और फ्रंटलाइन वर्कर की श्रेणियों में किसी भी नए पंजीकरण को अनुमति नहीं दी जाएगी।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि 45 वर्ष या इससे अधिक आयु के व्यक्तियों के पंजीकरण की अनुमति कोविन पोर्टल पर दी जाएगी। हालांकि, पहले से ही पंजीकृत हेल्थकेयर वर्कर और फ्रंटलाइन वर्कर के टीकाकरण को जल्द से जल्द सुनिश्चित किया जाना चाहिए। भारत में कोविड -19 टीकाकरण अभियान के 78 वें दिन शनिवार को रात 8 बजे तक 13 लाख कोविद -19 वैक्सीन की खुराक दी गई।