मुलताई। प्रभात पट्टन में शनिवार एक कोरोना पाजेटिव युवक की मौत होने पर परिजनों की उपस्थिति में बीएमओ सहित प्रशासन द्वारा अंतिम संस्कार कर दिया गया था। बताया जा रहा है कि सुबह कुछ कुत्ते अधजले मांस का हिस्सा लेकर बस्ती में घूम रहे थे जिसे ग्रामीणों ने उसी युवक के शव का हिस्सा बताकर इसकी शिकायत बीएमओ जितेन्द्र अत्रे से की गई। पूरे मामले को लेकर जब बीएमओ जितेन्द्र अत्रे तहसीलदार याचिका परतेती के साथ रविवार दोपहर लगभग 1 बजे मोक्षधाम पहुंचे तो वहां शव राख हो चुका था तथा चिता जल रही थी जिससे यह साफ था कि जो अधजला हिस्सा कुत्ते लेकर घूम रहे थे वह अन्य किसी का था। पूरे मामले में बीएमओ जितेन्द्र अत्रे ने बताया कि ग्रामीणों ने जो आरोप लगाकर शिकायत की है वह निराधार है क्योंकि एक दिन पूर्व ही चिता के लिए पर्याप्त लकडिय़ां भेजकर प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में अंतिम संस्कार किया गया था जिससे चिता में से कुत्तों के द्वारा शव का हिस्सा निकालने का सवाल ही पैदा नही होता है। उन्होने कहा कि दूसरे दिन भी चिता ठंडी नही हुई थी तथा शव राख हो चुका था इसलिए दूसरे दिन भी एैसा नही हो सकता। उन्होने बताया कि तहसीलदार परतेती की उपस्थिति में मोक्षधाम जाकर निरीक्षण किया गया है साथ ही उच्चाधिकारियों को भी इसकी जानकारी दी गई है।
क्या है मामला
प्रभात पट्टन में रविवार सुबह कुछ कुत्ते अधजले मांस का हिस्सा लेकर घूम रहे थे लेकिन यह नही कहा जा सकता कि वह मानव शव का हिस्सा था या किसी मवेशी के शव का। लेकिन ग्रामीणों को यह शक हुआ कि एक दिन पूर्व कोरोना पाजेटिव युवक का अंतिम संस्कार प्रशासन द्वारा किया गया है शायद उक्त अधजले हिस्सो उसी शव के हैं जिसके वीडियो भी युवकों द्वारा बनाकर वायरल किए गए साथ ही इसकी शिकायत बीएमओ से सरकारी अस्पताल प्रभात पट्टन जाकर की गई। पूरा मामला संज्ञान में आने पर प्रशासन सक्रिय हुआ तथा इसकी जांच की जिसमें यह पाया गया कि कुत्ते जो मांस का अधजला हिस्सा लेकर आए थे वह उक्त कोरोना पाजेटिव युवक के शव का नही है। अधिकारियों के अनुसार आरोप एवं शिकायत निराधार हैं।
न्यूज पोर्टलों पर खबर हुई वायरल
बीएमओ जितेन्द्र अत्रे से जब पूरे मामले में चर्चा की गई तो उन्होने बताया कि कुछ न्यूज पोर्टलों पर यह खबर वायरल की गई कि कुत्तों के मुंह में एक दिन पूर्व मृत कोरोना पाजेटिव युवक के शव के अधजले हिस्से हैं जिससे ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। उन्होने बताया कि जो खबर दिखाई गई है वह तथ्यात्मक खबर नही है तथा भ्रामक रूप से प्रसारित की गई है जिससे लोगों की भावनाएं भी आहत हुई है। उन्होने कहा कि पहले पूरी घटना की सत्यता परखी जाना था जिसके बाद में खबरे वायरल करना चाहिए लेकिन बिना सत्यता जाने आनन-फानन में खबरें वायरल कर दी गई।
इनका कहना है-
रविवार मोक्षधाम में तहसीलदार के साथ जांच की गई जिसमें शव राख हो चुका था, ग्रामीणों का आरोप निराधार है।
जितेन्द्र अत्रे बीएमओ सरकारी अस्पताल प्रभात पट्टन