नई दिल्ली। कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए भारत सरकार ने टीकाकरण अभियान की गति बढा दी है। अब टीकाकरण को दूसरी श्रेणियों के लिए भी खोला जा रहा है।आज से भारत में वर्क प्लेस पर टीका लगाना शुरू किया जाएगा। सरकारी और निजी अस्पतालों के अलावा अब ऑफिस में भी वैक्सीन लगेगी। कोरोना वायरस की दूसरी लहर को देखते हुए सरकार ने टीकाकरण की गति बढ़ाने के लिए और ज्यादा से ज्यादा लोगों का टीकाकरण करने के लिए यह फैसला लिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने राज्यों को निजी और सरकारी दोनों कार्यालयों में टीकाकरण की सुविधा की व्यवस्था करने करने के लिए कहा है, बशर्ते वहां कम से कम 100 लोग हों जिन्हें टीका लगाया जा सके। मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान में कहा, राज्यों को निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के नियोक्ताओं और कार्यस्थल टीकाकरण के शुभारंभ की तैयारी के लिए कहा गया है। टीकाकरण प्रबंधन के साथ उचित परामर्श शुरू करने की सलाह दी गई है। निजी कार्यस्थलों पर कोविड-19 टीकाकरण के लिए पैसे लिए जाएंगे। इसकी कीमत 250 रुपये प्रति डोज़ रखी गई है, जबकि जिला स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा आयोजित सरकारी कार्यालयों में सत्र निशुल्क होंगे। ये ऐसे ही होगा जैसे सरकारी अस्पतालों में वैक्सीन मुफ्त लगाई जा रही है और प्राइवेट अस्पतालों में पैसे लिए जा रहे हैं। केंद्र सरकार ने टीकाकरण की सिर्फ जगह बदली है, नियम वहीं रहेंगे यानी सरकार ने जिन श्रेणी के लिए वैक्सीनेशन ओपन किया है, दफ्तरों में भी उसी के हिसाब से टीके लगेंगे। 45 साल से ऊपर के हर व्यक्ति को टीका लगाया जा रहा है। ऑफिस के लोगों की लिस्ट बना कर को-विन ऐप पर डालनी होगी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इन सत्रों में केवल एक प्रकार की वैक्सीन दी जाएगी, ताकि लाभार्थी की पहली और दूसरी खुराक में वैक्सीन के प्रकारों को मिलाने से बचा जा सके। कोविन में उपलब्ध लाभार्थियों की पूरी सूची, सभी सत्यापनकर्ताओं और टीका लगाने वालों को दिखाई देगी, ऑन-द-स्पॉट पंजीकरण का विकल्प भी उपलब्ध होगा।














