भोपाल। राजधानी में 75 साल की एक दादी मां को कोरोना वायरस का संक्रमण हुआ तो उन्होंने घर पर ही रहकर बगैर घबराए सकारात्मक सोच के साथ कोरोना को मात दे दी। इस दादी मां का आक्सीजन लेवल भी कम हो गया तो भी उन्होंने हिम्म्त नहीं हारी। राजधानी के रातीबड क्षेत्र में रहने वाली बुजुर्ग महिला द्रोपदी शर्मा ने बताया कि घर में बेटे-बेटियों के साथ मुझे भी कोरोना का संक्रमण हुआ। 23 मार्च को बुखार आया। इसके साथ ही शरीर में दर्द होने लगा। घर में कई लोग संक्रमित थे, इसलिए मैंने भी अपनी जांच कराई, लेकिन कोरोना नहीं निकला। मेरे बेटे मुकेश ने जब ऑक्सीजन का स्तर देखा तो पता चला यह 88 फीसद था। बेटे ने मेरा हौसला बढाया, उसने कहा कि आप घबराना नहीं कोई बड़ी बीमारी नहीं है। देश में लाखों लोग इससे ठीक हो चुके हैं। मुझे ब्लड प्रेशर की भी मामूली शिकायत है। इसके बाद भी मुझे पूरा भरोसा था कि ठीक हो जाऊंगी। बेटे एक दिन एम्स लेकर गए। यहां भी डॉक्टरों ने कहा कि सब ठीक है। हम फिर घर आ गए। 12- 13 दिन में हम पूरी तरह से स्वस्थ हो गए। अब ऑक्सीजन का स्तर भी सामान्य हो गया है। होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों से मेरा बेटा मुझसे बात कराता है। वीडियो कॉलिंग के जरिए हम उनसे भी अपनी कहानी साझा करते हैं। यही बताते हैं की ज्यादा तकलीफ नहीं है तो अस्पताल ना जाएं। हां, घर में ही रहकर निगरानी पर्याप्त रखें। पल्स ऑक्सीमीटर से ऑक्सीजन का स्तर देखते रहें। खानपान अच्छा रखें। कई लोग कोरोना का नाम सुनते ही बहुत ज्यादा घबरा जाते हैं जिससे बीमारी उन पर और हावी हो जाती है।दूसरी बड़ी बात यह है आइसोलेशन के दिशानिर्देशों का अच्छे से पालन करें, जिससे घर में दूसरों को संक्रमण ना हो। बाहर ना निकले। और थोड़ी भी तकलीफ बढ़ती है तो डॉक्टर को दिखाने में देरी भी ना करें।














