गोरखपुर। प्रदेश के आबकारी व गन्ना विकास की साझेदारी में प्रदेश के सभी जिलों के ग्रामीण इलाकों में स्थित सरकारी अस्पतालों में 35 से 40 बेड के मरीजों के लिए आक्सीजन प्लांट लगाने का काम शुरू हो गया है। शुरुआती दौरान में पूर्वांचल के चार व पश्चिम के दो जिलों में यह आक्सीजन प्लांट लगाए जाएंगे। इनमें से छह प्लांट आयात करने के आदेश पहले ही जारी हो गए थे। यह जिले हैं- देवरिया, गोरखपुर, बस्ती, बहराइच और कासगंज व हाथरस। इन दोनों विभागों की ओर से अभी 35 प्लांट विदेश से आयात किये जाएंगे। एक प्लांट पर 50 लाख रुपये की लागत आ रही है। इन दोनों विभागों के अपर मुख्य सचिव संजय आर भूसरेड्डी ने यह जानकारी देते हुए उम्मीद जताई कि अगले एक सप्ताह में इन जिलों के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र या संयुक्त जिला चिकित्सालय या महिला अस्पताल में 35 बेड पर आक्सीजन प्लांट लगा दिए जाएंगे। बिजली जाने पर यह प्लांट 40 किलोवाट के जेनरेट से चलेंगे। आक्सीजन प्लांट लगाने के इस अभियान में आबकारी और गन्ना विकास विभाग दोनों का बजट खर्च होगा। उन्होंने बताया कि ऐसे आक्सीजन प्लांट लगाने के लिए इन सरकारी अस्पतालों में जेनरेट, पाइपलाइन आदि बिछाने का भी काम किया जाएगा। अपर मुख्य सचिव के अनुसार हर जिले में किस सरकारी अस्पताल में यह आक्सीजन प्लांट लगाए जाएंगे यह जिलाधिकारी व उस जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी तय कर रहे हैं। प्राथमिकता उन अस्पतालों को दी जा रही है, जहां कोविड मरीजों का इलाज किया जा रहा है। एक अन्य प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि एथानाल बनाने वाली चीनी मिलों व डिस्टलरियों से आक्सीजन उत्पादन किये जाने के पाइलेट प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है, उम्मीद है कि इस अभियान में भी जल्द ही कामयाबी मिल जाएगी।

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