नई दिल्ली। टीकरी बॉर्डर पर एक युवती के साथ रेप का मामला सामने आने और इसको लेकर संयुक्त किसान मोर्चा की चुप्पी पर सवाल उठने के बाद सोमवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सफाई दी। इस दौरान किसान आंदोलन का नेतृत्व करने वालों में से एक ऐक्टिविस्ट योगेंद्र यादव ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा को महिला प्रदर्शनकारी से आंदोलनस्थल पर रेप के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीड़िता के पिता भी मौजूद थे। बता दें कि आरोप लगाया जा रहा है कि किसान नेताओं को इस मामले की जानकारी थी, लेकिन उन्होंने पुलिस को सूचित नहीं किया। 26 वर्षीय युवती की कोरोना से मौत हो चुकी है। पीड़िता के पिता ने आंदोलन स्थल पर बेटी के साथ रेप का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया है। मामले को लेकर पुलिस ने 6 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। पीड़िता के पिता की शिकायत पर हरियाणा के बहादुरगढ़ में अनूप और अनिल मलिक नाम के दो आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। ये दोनों ‘किसान सोशल आर्मी’ नाम का संगठन चलाते हैं। पीड़िता के पिता के मुताबिक, 30 अप्रैल की सुबह बेटी ने उनसे कहा था कि अनिल और अनूप को सजा दिलवाई जाए। साथ ही यह सुनिश्चित करने को कहा कि इससे किसानों का आंदोलन प्रभावित न हो। बाद में जांच के दौरान पुलिस ने इस मामले में चार अन्य लोगों को भी नामजद किया।

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