भोपाल। उच्च शिक्षा विभाग ने अब यूजी व पीजी की परीक्षाओं के लिए विद्यार्थियों को सामान्य शुल्क के साथ 31 मई तक आवेदन करने का समय दिया है। इसके बावजूद भी बरकतउल्ला विश्वविद्यालय (बीयू) सहित कई विश्वविद्यालयों ने लेट फीस लेकर विद्यार्थियों से परीक्षा फार्म भरवाए हैं। अब जब परीक्षा फार्म भरने की तारीख आगे बढ गई तो विश्वविद्यालयों को लेट फीस विद्यार्थियों को वापस करनी होगी। मालूम हो कि उच्च शिक्षा विभाग ने विश्वविद्यालयों को जून व जुलाई में ओपन बुक पद्धति से परीक्षा कराने के निर्देश जारी किए हैं। प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों की यूजी-पीजी की परीक्षाएं ओपन बुक पद्धति से होंगी। ये परीक्षाएं जून और जुलाई में होंगी। कोरोना संक्रमण के बढते प्रभाव के कारण विश्वविद्यालयों को निर्देशित किया गया है कि सामान्य शुल्क के साथ आवेदन करने के लिए समय में वृद्धि की जाए। ऐसे में विद्यार्थियों से परीक्षाओं के लिए सामान्य फीस के साथ 300 के साथ आवेदन करने के लिए नौ दिन का समय शेष है। उच्च शिक्षा विभाग ने आदेश जारी किए हैं कि अब कोई भी विवि 31 मई तक बिना किसी विलंब शुल्क के परीक्षा फार्म जमा कराएगा। वर्तमान मे जिन विवि ने विद्यार्थियों से विलंब शुल्क लिया है। अब उन्हें विद्यार्थियों को वापस करना होंगे। इस संबंध में सबसे ज्यादा शिकायतें जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर और अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा की दर्ज हुई हैं, जबकि बीयू ने अपनी अंतिम तिथि को बढाकर 31 मई किया है। बता दें कि प्रदेश में कोरोना वायरस महामारी के कारण किसी विश्वविद्यालय में समय पर परीक्षाएं नहीं हो पा रही है। परीक्षा की लेटलतीफी के कारण छात्र-छात्राएं असमंजस की स्थिति में है। सबसे ज्यादा परेशान बीएससी नर्सिंग फाइनल ईयर के छात्र-छात्राएं परेशान है। अभी तक उनकी परीक्षा की तारीख तय नहीं हो सकी है।