नई दिल्ली। पंजाब नेशनल बैंक पीएनबी में हजारों करोड़ के घोटाले का आरोपी और भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को लेकर डोमिनिका की पुलिस ने एक नया दावा किया है। ईस्टर्न कैरिबियन सुप्रीम कोर्ट में पुलिस ने बताया है कि भगोड़े चोकसी 24 मई रात साढ़े 11 बजे डोमिनिका में संदिग्ध हालत में पाया गया था। हालांकि, उसपर ‘अवैध प्रवेश’ का मामला 28 मई को रात 9 बजे दर्ज किया गया। खास बात यह है कि डोमिनिका के पुलिस अधिकारियों को गिरफ्तारी के 3 बाद तक यह नहीं पता था कि उन्होंने भारत के भगोड़े मेहुल चोकसी को अरेस्ट किया है। डोमिनिका की पुलिस ने कोर्ट में जो हलफनामा दायर किया है उसकी एक एक्सक्लूसिव कॉप हमारे सहयोगी इस हलफनामे में डोमिनिका की पुलिस ने कई और खुलासे किए हैं, जिससे इस केस को लेकर कई सवाल पैदा हो रहे हैं। उदाहरण के लिए डोमिनिका पुलिस सुप्रीनटेंडेंट की ओर से दायर इस हलफनामे में कहा गया है कि चोकसी को 24 मई को पुलिस स्टेशन लाया गया। यहां चोकसी ने पुलिसवालों से गद्दा और कपड़े मांगे, जो उसे दिए भी गए। लेकिन आमतौर पर डोमिनिका में किसी भी कैदी को इस तरह की सुविधाएं नहीं दी जाती हैं। हालांकि, हलफनामे में यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि चोकसी पर पुलिस की ओर से यह मेहरबानी क्यों की गई। डोमिनिका बॉर्डर कंट्रोल पुलिस के जिस सार्जेंट ने चोकसी को समुद्र किनारे से 24 मई रात साढ़े 11 बजे के आसपास पकड़ा, उसने हलफनामे में बताया है कि उसे चोकसी अकेला मिला और उसके हाथ में एक शॉपिंग बैग था। उसने यह भी बताया कि चोकसी को नाव से डोमिनिका लाया गया। चोकसी जब डोमिनिका की यात्रा को लेकर कोई दस्तावेज नहीं दिखा सका, तो पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। सार्जेंट ने अपने बयान में यह भी बताया है कि चोकसी को 25 मई को पुलिस स्टेशन लाया गया और वहां उसके ‘अवैध प्रवेश’ की शिकायत भी उसी दिन दर्ज की गई, लेकिन औपचारिक तौर पर उसपर 28 मई की रात 9 बजे केस दर्ज किया गया। डोमिनिका की पुलिस ने अपने हलफनामे में यह भी कहा कि चोकसी के एक वकील ने 26 मई को अपने मुवक्किल से बात करने के लिए उनसे संपर्क किया था। हालांकि, चोकसी ने खुद ही वकील से मिलने से मना कर दिया और वह लगातार एंटीगुआ वापस जाने की जिद करता रहा। डोमिनिका की पुलिस ने यह भी कहा है कि उन्होंने चोकसी के लिए 26 मई को नए कपड़े खरीदने के लिए 400 डॉलर यानी करीब 29 हजार रुपये खर्च किए। इसके अलावा 27 मई को उसे 4 वकीलों से मिलने दिया गया। हलफनामे में यह भी कहा गया है कि चोकसी के शरीर पर चोट के निशान होने के बावजूद उसने किसी भी तरह के इलाज से मना कर दिया था।