नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के फायरब्रांड नेता वरुण गांधी ने ट्विटर को खुली चुनौती दी है। भाजपा सांसद वरुण गांधी ने ट्विटर से उस कानूनी नोटिस को सार्वजनिक करने की चुनौती दी है, जिसमें माइक्रो ब्लॉगिंग वेबसाइट के अनुसार, वरुण गांधी द्वारा इस प्लेटफॉर्म पर किये जा रहे उल्लंघनों को लेकर उसे भारतीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने भेजा है। भाजपा सांसद वरुण गांधी ने एक ईमेल का स्क्रीनशॉट साझा करते हुए ट्वीट किया कि यह मेल उन्हें ट्विटर से मिला है, जिसमें उनके अकाउंट को लेकर भारतीय कानून प्रवर्तन से मिले अनुरोध के बारे में सूचित किया गया है। पीलीभीत से लोकसभा सदस्य वरुण ने कहा कि उन्होंने किसी भी कानून का उल्लंघन नहीं किया। उन्होंने कहा कि उनके ट्वीट में कुछ भी आपत्तिजनक चीजें नहीं थीं और ट्विटर को इस मेल के लिए स्पष्टीकरण देना चाहिए कि यह किस आधार पर भेजा गया है। उनके व्यवहार से हैरान हूं। उन्होंने यह भी कहा कि ट्विटर भारतीय नागरिकों पर रौब जमा रहा है और उसका एक एजेंडा है। बहुत लंबे समय से ट्विटर ने अपने एजेंडे के लिए ऑनलाइन बुलिइंग कर रहा है। सांसद ने यह भी कहा कि उन्होंने सरकार के भीतर के सूत्रों से जांच की थी कि क्या किसी एजेंसी ने उनके खाते के खिलाफ ऐसा अनुरोध भेजा था और जांच में उन्होंने ऐसा नहीं पाया। बता दें कि ट्विटर और वरुण गांधी के बीच टकराव ऐसे वक्त में आया है, जब पहले से ही नए आईटी नियमों को लेकर ट्विटर सरकार से सख्ती का सामना कर रहा है। भारत सरकार ने हाल ही में ट्विटर से सुरक्षा छीन ली है। किसान आंदोलन के दौरान टूलकिट विवाद के बाद से ही ट्विटर विवाद में छाया हुआ है।

Previous articleकोरोना की तीसरी लहर को हराने के लिए पर्याप्त तेज नहीं है वैक्सीनेशन की गति
Next articleआपातकाल की बरसी पर पीएम मोदी ने किया ट्वीट उन काले दिनों को कभी नहीं भूलेंगे

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here