नई दिल्ली। पश्चिम वायु कमान के कमांडरों का 2 दिवसीय सम्मेलन 24 एवं 25 जून को नई दिल्ली में आयोजित किया गया। कोविड महामारी के चलते यह सम्मेलन मिश्रित रूप से आयोजित किया गया जिसमे कुछ कमांडर विडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा सम्मेलन में शामिल हुए। मुख्य अतिथि एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया, परम विशिष्ट सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल, वायु सेना मेडल, एडीसी, वायु सेना अध्यक्ष की अगुवाई पश्चिम वायु कमान के वायु अफसर कमांडर-इन-चीफ एयर मार्शल विवेक राम चौधरी परम विशिष्ट सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल, वायु सेना मेडल द्वारा की गई। वायुसेना अध्यक्ष ने अपने संबोधन में गहन विश्लेषण और संक्रियात्मक तैयारियों को उन्नत बनाने के उपायों, रखरखाव के तरीकों में सुधार और अभेद्य वास्तविक एवं साइबर सुरक्षा की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होने कमांडरों को सभी प्लेटफॉर्म्स, शस्त्र प्रणाली और परिसंपत्तियों की उच्च स्तर पर संक्रियात्मक तैयारियों को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। महामारी की चुनौतियों के बावजूद भी उत्तरी सीमा पर हाल ही में उभरे तनाव में त्वरित प्रतिक्रिया और उच्च समर्पण के प्रदर्शन के लिए वायु सेना अध्यक्ष ने पश्चिम वायु कमान के सभी वायु सेना प्रतिष्ठानों की प्रशंसा की। वायुसेना अध्यक्ष ने कोविड संबंधी कार्यों के लिए प्रत्येक स्टेशन के प्रयासों और किए गए कार्यों की सराहना की। उन्होने पश्चिम वायु कमान के उड़ान सुरक्षा रेकॉर्ड की भी प्रशंसा की और सभी कमांडरों से सुरक्षित संक्रियात्मक वातावरण के लिए गंभीर प्रयास करते रहने का आग्रह किया। भारतीय वायु सेना के संभावित अन्तरिक्ष शक्ति में परिवर्तन के लक्ष्य के लिए आत्म निर्भरता और भारतीयकरण से शक्ति सरंचना द्वारा अपनी संक्रियात्मक क्षमता को बढ़ते हुए भारतीय वायु सेना के भविष्य को प्रभावी बनाने पर जोर दिया।

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