नई दिल्ली। केंद्र की मोदी सरकार ने कहा कि अभी तक देश में अनुक्रमित (जीनोम) किए गए 45,000 नमूनों में से कोविड-19 के डेल्टा प्लस स्वरूप के 51 मामले 12 राज्यों में सामने आए हैं,इसमें सबसे अधिक 22 मामले महाराष्ट्र से आए हैं। राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) के निदेशक सुजीत सिंह ने कहा कि तमिलनाडु में डेल्टा प्लस के नौ मामले सामने आए हैं, जबकि मध्य प्रदेश में सात, केरल में तीन, पंजाब और गुजरात में दो-दो तथा आंध्र प्रदेश, ओडिशा, राजस्थान, जम्मू कश्मीर, हरियाणा और कर्नाटक में एक-एक मामला सामने आया हैं।
सिंह ने कहा, इस उत्परिवर्तन (डेल्टा प्लस) के मामले बहुत सीमित हैं। भारत में, बहुत सीमित मामले हैं (डेल्टा प्लस के) करीब 50 मामले हैं, जो 12 जिलों में सामने आए हैं और यह पिछले तीन महीनों में हुआ है। यह नहीं कहा जा सकता कि किसी भी जिले या राज्य में इसकी वृद्धि की प्रवृत्ति है…।’ एनसीडीसी सहित दस संस्थान देश में कोरोना वायरस के जीनोम अनुक्रमण से जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि डेल्टा प्लस स्वरूप को ‘प्लस’ चिह्न द्वारा दर्शाया गया है। यदि वैज्ञानिक साक्ष्य मिलते हैं,तब हम निश्चित रूप से आपको उसके बारे में बताएंगे। उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, केरल, महाराष्ट्र, पंजाब, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल में अनुक्रमित किए गए नमूनों में 50 प्रतिशत से अधिक में डेल्टा स्वरूप है। सिंह ने कहा कि भारत में कोविड-19 के 90 फीसदी मामले बी.1.617.2 (डेल्टा) स्वरूप के हैं। उन्होंने कहा, 35 राज्यों/ केंद्रशासित प्रदेशों के 174 जिलों में चिंताजनक कोविड स्वरूप के मामले हैं। इनमें से सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र, दिल्ली, पंजाब, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और गुजरात में मिले हैं।’’

Previous articleकोविड-19 के उपचार पर खर्च और मौत पर मिली राशि पर नहीं लगेगा टेक्स
Next articleसेना की मदद से सीमावर्ती गांव में जोरों से चल रहा वैक्सीन अभियान

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here