नई दिल्ली। इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) सचिव अजय प्रकाश साहनी ने कहा कि सरकार नई तकनीक और उद्योग के घटनाक्रमों की जरूरतों पर ध्यान देने के लिए सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम को नया रूप देने की योजना बना रही है। पब्लिक अफेयर्स फोरम ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित एक वेबिनार को संबोधित करते हुए (पीएएफआई) साहनी ने कहा, भारतीय आईटी उद्योग तेजी से समायोजित हो गया है। सोशल मीडिया मंचों के लिए बनाए गए नए आईटी नियमों से उपयोगकर्ताओं के अधिकारों को मजबूती मिली है। उन्होंने कहा, कामकाज के पूरी तरह से नए तौर तरीके आ गए हैं और दुनिया भर में इस क्षेत्र में काफी नवोन्मेष हो रहा है। राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन तेजी से विकसित हुआ है। देशभर में हुए लॉकडाउन के दौरान डिजिटल तकनीक से काम करने को बढ़ावा मिला है। सरकार की ओर से शुरू किए गए आरोग्य सेतु जैसे एप को युवाओं ने काफी सराहा है। इसके साथ ही हम आने वाले समय में हम भारत में सेमी कंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग पर काम कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि ड्रोन और रोबोट जैसे अन्य उत्पादों को बनाने में खरे उतरेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार राष्ट्रीय स्तर पर और डिजिटल प्लेटफॉर्म को बढ़ावा मिला है। उन्होंने कहा कि साइबर सुरक्षा को मजबूत करने के लिए एक कानूनी ढांचा तैयार किया जाएगा। वर्तमान में यूपीआई पैसे भेजने का सबसे बड़ा माध्यम बना है। इसके जरिये 250 करोड़ ट्रांजेक्शन हुए हैं।