नई दिल्ली। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि वह पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार के उस बयान का स्वागत करते हैं, जिसमें उन्होंने कहा है कि केंद्र के कृषि कानूनों में संशोधन की आवश्यकता नहीं है। केंद्रीय मंत्री तोमर ने पूर्व कृषि मंत्री शरद पवार के उस बयान का स्वागत करता हूं जिसमें उन्होंने कहा था कि सभी कानूनों को बदलने की जरूरत नहीं है। जिन धाराओं के खिलाफ आपत्ति है उन्हें विचार-विमर्श के बाद बदला जाना चाहिए।” तोमर ने कहा, “मैं उनके रुख का स्वागत करता हूं। केंद्र उनसे सहमत है, हम चाहते हैं कि मामला जल्द से जल्द सुलझाया जाए। आपको बता दें कि गुरुवार को मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए राकांपा प्रमुख पवार ने कहा था, ”किसान पिछले छह महीने से आंदोलन कर रहे हैं। केंद्र और किसानों के बीच गतिरोध है। इसलिए वे अब भी वहीं बैठे हैं। केंद्र को उनसे बातचीत करनी चाहिए। इसे इसमें नेतृत्व करना चाहिए।” राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख पवार ने गुरुवार को कहा कि उन्हें नहीं लगता कि महाराष्ट्र विधानसभा के दो दिवसीय सत्र में कृषि कानूनों पर चर्चा होगी।
राकांपा प्रमुख ने मुंबई में एक कार्यक्रम में कहा, “इस पर बालासाहेब थोराट के साथ चर्चा की। जैसा कि केंद्र ने विधेयकों को मंजूरी दे दी है, इन्हें पारित करने से पहले, राज्यों को विवादास्पद बिंदुओं पर चर्चा करनी चाहिए और निर्णय लेना चाहिए। मुझे नहीं लगता कि यह दो दिवसीय राज्य विधानसभा सत्र में आएगा। अगर यह आता है, तो इस पर चर्चा की जानी चाहिए। महाराष्ट्र विधानसभा का सत्र 5-6 जुलाई को होगा। नरेंद्र सिंह तोमर ने गुरुवार को कहा कि केंद्र सरकार कृषि कानूनों को निरस्त करने के अलावा सभी प्रावधानों पर चर्चा के लिए तैयार है। पत्रकारों से बात करते हुए, तोमर ने कहा, “हमने किसान संघ को बताया कि सरकार कृषि कानूनों के प्रावधानों को निरस्त करने के अलावा उन पर चर्चा के लिए तैयार है।” उन्होंने कहा, “कृषि सुधार विधेयक किसानों के जीवन स्तर में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाला है।

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