मुंबई। मनी लांडरिंग के मामले गुजरात के व्यवसायी संदेसरा बंधुओं द्वारा 14,500 करोड़ रुपये के बैंक ऋण धोखाधड़ी से जुड़े एक मनी लांडरिंग मामले में ईडी ने डीनो मोरिया और दिवंगत कांग्रेस नेता अहमद पटेल के दामाद की करोड़ों की संपत्ति जब्त कर ली है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि यह मामला गुजरात स्थित दवा कंपनी स्टर्लिंग बायोटेक समूह और उसके फरार मुख्य प्रवर्तक बंधुओं नितिन संदेसरा और चेतन संदेसरा से संबंधित है। ईडी का आरोप है कि यह भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी और मेहुल चौकसी द्वारा पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) से की गई धोखाधड़ी से भी बड़ा मामला है।
वजह ये है कि इसमें धोखाधड़ी की रकम 16000 करोड़ रुपए के करीब है। ईडी ने कहा कि प्रिवेंशन आफ मनी लांडरिंग एक्ट के तहत चार लोगों की संपत्ति कुर्क करने के चार अलग शुरुआती आदेश जारी किए गए हैं। संपत्ति की कीमत 8.79 करोड़ रुपए है। ईडी ने कहा धन शोधन निरोधक अधिनियम (पीएमएलए) के तहत चार लोगों की संपत्ति कुर्क करने के शुरुआती आदेश जारी किए गए हैं। संपत्ति की कीमत 8.79 करोड़ रुपए है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने एक बयान में कहा इसमें से खान की कुर्क की जाने वाली संपत्ति तीन करोड़ रुपए मूल्य की है। डीनो मोरिया की संपत्ति 1.4 करोड़ रुपए और डीजे अकील के नाम से लोकप्रिय अकील अब्दुलखलील बचूअली की संपत्ति 1.98 करोड़ रुपए जबकि पटेल के दामाद इरफान अहमद सिद्दिकी की संपत्ति 2.41 करोड़ रुपए की है। एजेंसी ने कहा कि प्रवर्तक बंधु नितिन संदेसरा, चेतन संदेसरा, चेतन की पत्नी दीप्ति संदेसरा और हितेश पटेल को एक विशेष अदालत ने भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित किया है। बताया जा रहा है कि वे विदेश में बस गए हैं और भारत उनके प्रत्यर्पण का प्रयास कर रहा है। इस मामले में अब तक कुल 14521.80 करोड़ की परिसपंत्तियां कुर्क की जा चुकी हैं। सीबीआई द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर ईडी ने 2017 में कथित बैंक कर्ज धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था।

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