मुंबई। हिंदू-मुसलमान एकता पर संघ प्रमुख मोहन भागवत न पिछले दिनों बयान दिए थे जिस पर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने भी अपनी बात रखी है। जानकारी के मुताबिक नकवी ने कहा कि देश और समाज को लेकर संघ के विचार हमेशा ऐसे रहे हैं, लेकिन संघ के विचारों पर विरोधियों के दुष्प्रचार हावी रहे हैं। 1998 तक दूरदर्शन जैसे प्राचार माध्यमों पर संघ के विचारों पर अधिकृत रूप से प्रतिबंध लगा हुआ था। नवी ने आगे कहा कि इस वजह से संघ के बारे में दुष्प्रचार करने वाली ताकतें हावी रहती थीं। जब इस तरह के विचार जनता के बीच आएंगे तो स्वाभाविक है कि गुमराही गैंग के पेट में दर्द होगा क्योंकि उसने खासतौर से मुस्लिम समाज में संघ को लेकर ऐसा माहौल परोसा था,अब वे एक्सपोज हो रहे हैं। गौरतलब है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि सभी भारतीयों का डीएनए एक है और मुसलमानों को ‘‘डर के इस चक्र में’’ नहीं फंसना चाहिए कि भारत में इस्लाम खतरे में है। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग मुसलमानों से देश छोड़ने को कहते हैं, वे खुद को हिन्दू नहीं कह सकते। वह राष्ट्रीय मुस्लिम मंच द्वारा यहां ‘हिन्दुस्तानी प्रथम, हिन्दुस्तान प्रथम’ विषय पर आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे।