नई दिल्ली। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने ऊर्जा और विद्युत क्षेत्र की ओर कृषि के विविधीकरण के लिए वैकल्पिक जैव ईंधन के महत्व पर जोर दिया है। उन्होंने नागपुर में देश के पहले एलएनजी सुविधा संयंत्र का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि हम लोग अपनी अर्थव्यवस्था में पेट्रोल-डीजल और पेट्रोलियम उत्पादों के आयात पर 8 लाख करोड़ रुपये खर्च कर रहे हैं, जो एक बड़ी चुनौती है। मंत्री ने कहा कि हमने एक नीति तैयार की है जो आयात के विकल्प को लागत प्रभावी प्रदूषण मुक्त व स्वदेशी इथेनॉल, जैव सीएनजी, एलएनजी और हाइड्रोजन ईंधन के विकास को प्रोत्साहित करती है। मंत्री ने कहा कि मंत्रालय विभिन्न वैकल्पिक ईंधनों पर लगातार काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमें चावल, मक्का और चीनी को बर्बाद होने से बचाने के लिए अधिशेष का उपयोग करना होगा। फ्लेक्स इंजन के बारे में गडकरी ने कहा कि ऑटोमोबाइल विनिर्माताओं विशेषकर चौपहिया और दुपहिया वाहनों के लिए फ्लेक्स इंजन बनाना अनिवार्य करने के संबंध में तीन महीने में निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका, कनाडा और ब्राजील जैसे कई देशों के पास फ्लेक्स इंजन पहले से ही हैं। उन्होंने कहा कि वाहन की कीमत एकसमान रहती है, चाहे वह पेट्रोल हो या फ्लेक्स इंजन।

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