सुपौल। जिले के छातापुर प्रखंड क्षेत्र के बलुआ पंचायत अंतर्गत मटियारी गांव के वार्ड 15 में गुरुवार दोपहर से गायब एक लड़की की लाश गेडा नदी में मिलने से आसपास के क्षेत्र में सनसनी फैल गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार बबलू पासवान की 13 वर्षीय पुत्री मनीषा कुमारी गुरुवार संध्या घर से मवेशी के लिए घास लाने नदी पार गयी हुई थी। जब शाम तक वह नहीं लौटी तो परिजनों को इसकी आशंका होने लगी। पहले उन्हें आस पड़ोस एवं सभी जगह ढूंढा गया, नहीं मिलने पर परिजन आशंकित हो गए। शुक्रवार सुबह से भी लड़की की खोजबीन जारी थी। इसी क्रम में शुक्रवार दोपहर महादेवपट्टी वार्ड 3 में हाल में ही टूटे डायवर्शन के नजदीक बने चचरी के पास नदी में स्नान कर रहे कुछ स्थानीय युवकों ने लड़की का लाश देखा। लाश देखने के बाद इसकी सूचना परिजनों को दी गई।
परिजनों का रो रो कर बुरा हाल :
मृतका मनीषा कुमारी दो भाई और इकलौती बहन थी। नदी में डूबने से उनकी उनकी मां रेखा देवी एवं उनके सभी परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। मृतका के पिता मजदूरी करते हैं और इस वक्त पंजाब में है। स्थानीय लोगों की मानें तो मनीषा पढ़ने लिखने में भी बहुत अच्छी थी। इसके साथ ही वह घर का सभी काम में अपने मां का हाथ बटाती थी। नदी में डूबने से हुई मौत पर पूरा गांव गमगीन है।
लोगों ने कहा आज यदि नदी में पुल होती तो इस तरह की घटना नहीं होती :
मनीषा की नदी में डूबने को लेकर जहां उनके परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। वहीं स्थानीय लोगों में नदी में पुल नहीं होने के कारण भारी आक्रोश है। स्थानीय निवासी सुरेश पासवान, जयप्रकाश पासवान, अनिल पासवान, शैलेंद्र यादव, भजन यादव, बैजनाथ मुखिया, प्रिंस कुमार, सुमित कुमार का कहना है कि नदी में पुल नहीं रहने के कारण इस प्रकार की घटना हुई है। पुल को लेकर कई बार स्थानीय स्तर से लेकर सांसद विधायक को कहा गया है परंतु उन लोगों की समस्या को देखने वाला कोई नहीं है। नदी में पुल नहीं रहने के कारण लोगों को अपने सभी दैनिक कार्य करने में बेहद कठिनाई का सामना करना पड़ता है। लोगों का खेत खलियान नदी के उस पार है। लोगों को मवेशी चारा लाने के लिए नदी पार करना पड़ता है। जिससे हमेशा डूबने का खतरा बना रहता है। लोगों ने कहा कि इस वर्ष पुल निर्माण का कार्य प्रारंभ नहीं होगा, तो वह लोग चरणबद्ध आंदोलन करेंगे।
गौरतलब हो कि जहां मृतका की लाश बरामद की गई है। उस जगह पर कुछ दिन पूर्व ही डायवर्शन नदी के तेज बहाव में बह गया था। जिसके बाद स्थानीय ग्रामीणों ने आपसी सहयोग से वहां चचरी निर्माण किया है। कुछ लोगों की माने तो चचरी पार करने के क्रम में ही लड़की फिसल कर गहरे पानी में चल गई थी या उसकी डूबने से मौत हो गई।